जालंधर में इंडस्ट्री बंद रहने से 150 मेगावाट बिजली मांग में आई कमी, मरम्मत में जुटे पावरकर्मी
पावरकर्मियों का कहना है कि इंडस्ट्री बंद रहने से 150 मेगावाट के करीब बिजली की मांग में कमी आई है। पावरकाम बढ़ते लोड के चलते आने वाले फाल्ट को ठीक करने के लिए मेनटेंनस कर रहा है। बीस प्रतिशत स्टाफ से पावरकाम मेनटेंनस का काम कर रहा है।
कमल किशोर, जालंधरः शहर में बीते दिनों बारिश व वीरवार को इंडस्ट्री बंद रहने से बिजली की मांग में कमी आई है। आम दिनों में बिजली की मांग जालंधर सर्किल की 700 मेगवाट तक पहुंच गई थी। बिजली मांग अधिक बढ़ने से लोड बढ़ रहा है, जिसके चलते कई इलाकों में फाल्ट आ रहे थे। फाल्ट को ठीक करने में तीन से चार घंटे का समय लग रहा था। बीते वीरवार को इंडस्ट्री बंद रही।
150 मेगावाट के करीब बिजली मांग में कमी
पावरकर्मियों का कहना है कि इंडस्ट्री बंद रहने से 150 मेगावाट के करीब बिजली की मांग में कमी आई है। पावरकाम बढ़ते लोड के चलते आने वाले फाल्ट को ठीक करने के लिए ट्रांसफार्मर व फीडर की मरम्मत कर रहा है। बीस प्रतिशत स्टाफ से पावरकाम मरम्मत का काम कर रहा है।
बीते वीरवार को इन फीडरों की हुई थी मरम्मत
पावरकाम की ओर से 11 केवी फीडर की वीरवार हो हुई थी। 11 केवी फीडर गदइपुर, फाजिलपुर, बाबा विश्नकर्मा, उद्योग नगर, कनाल-एक, वाटर सप्लाई, बेदी, कोल्ड स्टोर, ग्लोब कालोनी, इंडस्ट्रीयल दो-तीन, राजा गार्डन, टावर व राम विहार के फीडर सुबह 9:30 से दोपहर 3:00 बजे तक बिजली बंद रखी गई।
इन इलाकों में बिजली रही थी बिजली बंद
फीडर की मरम्मत को लेकर गदईपुर, फाजिलपुर, उद्योग नगर, ग्लोब कालोनी, सैनी कालोनी, दादा कालोनी, सईपुर, संजय गांधी नगर, राजा गार्डन के इलाकों में बिजली 5:30 घंटे बंद रही। बिजली कट सुबह 9:30 बजे कट लग गया था। पावरकर्मियों का कहना है कि धान के सीजन से पहले मेनटेंनस काम जारी है, ताकि आने वाले दिनों में फाल्ट न आ सकें।
बिजली की मांग बढ़ने से लग सकते हैं कट
डिप्टी चीफ इंजीनियर सुखमिंदर सिंह ने कहा कि इंडस्ट्री बंद रखने से 150 मेगावाट के करीब बिजली की मांग कम हुई है। बारिश होना जरुरी है। बिजली की मांग बढ़ती है तो पावरकट भी लगाया जा सकता है। फिलहाल अभी कुछ ऐसा नहीं है।