बेसहारा लोगों का सहारा बनी नेकी की दीवार, मात्र 17 दिन में 1112 लोगों तक पहुंचाई मदद
नेकी की दीवार से मात्र 17 दिनों में शहर में अभावों का जीवन जी रहे 1112 लोगों को कड़ाके की सर्दी में बड़ी राहत प्रदान कर चुकी है।
जागरण संवाददाता, जालंधर: युवा आइएएस अधिकारी हिमांशु जैन के आइडिया पर 2 जनवरी को स्थापित की गई नेकी की दीवार को शहर में जबर्दस्त रिस्पांस मिला है। नेकी की दीवार मात्र 17 दिनों में शहर के 1112 बेसहारा लोगों को कड़ाके की सर्दी में बड़ी राहत दे चुकी है। डिप्टी कमिश्नर वरिंदर कुमार शर्मा ने बताया कि नेकी की दीवार में पहुंची राहत सामग्री से अब तक शहर के विभिन्न क्षेत्रों में रहने वाले 1112 लोगों को राहत पहुंचाई जा चुकी है। इसके तहत शहर भर से दान की गई राहत सामग्री में 708 कंबल, 694 जैकेट्स, 156 जूते, 42 खिलौने, वाटर कूलर, ट्राई साइकिल, व्हील चेयर व कपड़े सौंपे जा चुके हैं।
डीसी ने बताया कि अब तक शहर के 162 दानी लोग यहां आकर अभाव ग्रस्त लोगों को राहत सामग्री भेंट कर चुके हैं। बड़ी बात ये है कि ज्यादातर नया सामान आ रहा है। बड़ी संख्या में आ रहे सामान को देखते हुए हेल्पिंग वैन के माध्यम से लोगों के घरों में ही जाकर उन्हें राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।
शहर ने किया प्रोजेक्ट का स्वागत
पूरे शहर भर ने इस प्रोजेक्ट का स्वागत किया है। लोगों की सहायता का ये अंदाज लोगों को खूब पसंद आ रहा है। हाल ही में हवेली ग्रुप के सौजन्य से डीके उमेश ने 450 जैकेट दान में दी हैं। डीसी ने बताया कि समाज के अंतिम पायदान में बैठे अभावग्रस्त व जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए नेकी की दीवार तैयार की गई थी, जो अपना उद्देश्य पूरा करने में सफल साबित हो रही है।