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तीन बच्चों को छोड़ सिख जत्‍थे के संग गई महिला ने पाक में किया निकाह, ISI के हत्‍थे चढ़ने का शक

सिख जत्‍थे के साथ बैसाखी पर पाकिस्‍तान गई सिख महिला ने वहां धर्म बदलकर मुस्लिम युवक से शादी रचा ली। उसने पा‍किस्‍तानी विदेश विभाग में भारत न लौटने की अर्जी दी है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Thu, 19 Apr 2018 12:05 PM (IST)Updated: Fri, 20 Apr 2018 08:58 PM (IST)
तीन बच्चों को छोड़ सिख जत्‍थे के संग गई महिला ने पाक में किया निकाह, ISI के हत्‍थे चढ़ने का शक
तीन बच्चों को छोड़ सिख जत्‍थे के संग गई महिला ने पाक में किया निकाह, ISI के हत्‍थे चढ़ने का शक

जेएनएन, हा‍ेशियारपुर। बैसाखी मनाने पाकिस्तान गई गढ़शंकर की किरण बाला ने वहां धर्म बदल कर दूसरा विवाह कर लिया है। किरणबाला ने पाकिस्‍तान के मुस्लिम नौजवान के साथ लाहौर की मस्जिद में निकाह कर लिया। अब वह किरणबाला से अमीना बीबी बन गई है। किरणबाला सिख श्रद्धालुओं के संग पाकिस्‍तान गई थी। वह गढ़शंकर में पहले से शादीशुदा थी और उसके तीन बच्‍चे भी हैं। उसने इस्‍लामाबाद में पाकिस्‍तानी विभाग में अर्जी दी है कि अब भारत वापस नहीं जाना चाहती। उधर, महिला के ससुर ने उसके आइएसआइ के हत्‍थे चढ़ने का शक जताया है।

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भारत लौटने से किया इन्‍कार, ससुर ने आइएसआइ के हत्‍थे चढ़ने का शक जताया

जानकारी के अनुसार, किरणबाला पाकिस्तान में बैसाखी मनाने गए सिख श्रद्धालुओं के जत्थों के साथ गई थी। वहां उसकी मोहम्मद आजम नामक युवक से उसकी मुलाकात हुई और वह उसे दिल दे बैठी। इसके बाद उसने धर्म बदलकर विवाह कर लिया। बताया जाता है कि युवती ने इस्लामाबाद स्थित पाकिस्तानी विदेश विभाग में एक अर्ज़ी दायर की है। अर्ज़ी में उसने अपनी सहमति के साथ मोहम्मद आज़म के साथ निकाह करने की बात कही है। उसने कहा कि वह भारत से आए सिख जत्‍थे के साथ 21 अप्रैल को वापस नहीं जाएगी।

युवती ने अपनी अर्ज़ी में लिखा कि उस का वीज़ा 21 अप्रैल को ख़त्म हो रहा है और उसे फ़िलहाल तीन महीने का और वीज़ा दिया जाए ताकि वह अपने शौहर के साथ पाकिस्तान में रह सके। किरण बाला का जन्म 1987 में होशियारपुर के गढ़शंकर में हुआ और अब उसकी उम्र 31 साल है। किरण बाला के पति नरिंदर सिंह की 2013 में मौत हो गई थी।

फेसबुक पर हुई थी दोस्‍ती

किरण बाला के तीन बच्चों में दो लड़के और एक लड़की है। किरण बाला ने 16 अप्रैल को लाहौर की एक मस्जिद में इस्लाम धर्म कबूल किया। वह 16 अप्रैल को सिख श्रद्धालुओं के जत्थे से अलग हुई थी। बताया जाता है कि किरण बाला के धर्म परिवर्तन के बारे में लाहौर की इस मस्जिद के मौलवी रगीब नईमी ने  पुष्टि भी की है।

किरणबाला के गढ़शंकर में धार्मिक प्रवृति वाले परिवार में शादी हुई थी। वह खुद भी धार्मिक प्रवृति की मानी जाती थी। बताया जाता है कि किरणबाला की लाहौर के मोहम्मद आज़म के साथ फेसबुक्क पर दोस्ती हुई। इसके बाद दोनों में चेटिंग होने लगी। सिख जत्‍थे के साथ वह 12 अप्रैल काे पाकिस्‍तान गई थी।

किरण बाला के ससुर तरसेम सिंह इस समय पर अपने मुहल्ले के गुरुघर में हेड ग्रंथी हैं। उन्‍हें तो इस घटना पर यकीन ही नहीं हो रहा है। तरसेम सिंह ने कहा कि उसे शक है कि कहीं किरण बाला पाकिस्‍तानी खुफिया एजेंसी आइएसअाइ के हत्थे न चढ़ गई हो। उसके ससुराल परिवार मुताबिक किरण बाला पिछले एक महीने से फ़ोन पर फेसबुक और वाट्सऐप पर किसी के साथ लगातार बातचीत व चेटिंग कर रही थी। पूछने पर यही कहती थी कि वह अपने रिश्तेदार के साथ बात कर रही है।


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