जमीन के विवाद में ससुराल परिवार से तंग महिला सरपंच ने निगला जहर, मौत
जमीन के विवाद में गढ़शंकर के गांव मैरा की महिला सरपंच ने जहर निकलकर जान दे दी। मृतका की पहचान सुनीता देवी के रूप में हुई है।
संवाद सहयोगी, गढ़शंकर : जमीन के विवाद में गढ़शंकर के गांव मैरा की महिला सरपंच ने जहर निकलकर जान दे दी। मृतका की पहचान सुनीता देवी के रूप में हुई है। वह कांग्रेस पार्टी को समर्थित थी। पुलिस ने इस मामले में महिला सरपंच के पिता के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर किया है। पुलिस ने यह मामला महिला सरपंच के ससुर, जेठ व जेठानी के खिलाफ दर्ज किया है। पिता ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उसकी बेटी सुनीता को उसका ससुर, जेठ व जेठानी जमीन विवाद के कारण तंग करते थे। उन्होंने उसकी बेटी को इस हद तक परेशान किया कि उसने जहर निगल कर आत्महत्या कर ली।
महिला सरपंच सुनीता के पिता हरमेश सिंह जोकि नैनवां के रहने वाले हैं ने बताया कि उसने अपनी बेटी की शादी मैरा के कुलदीप सिंह के साथ लगभग 16 साल पहले की थी। शादी के बाद कुछ समय तक सबकुछ ठीक चलता रहा। सुनीता के ससुर दर्शन राम ने कुछ समय पहले अपनी जमीन की वसीयत अपने तीनों बेटों संदीप, कुलदीप व प्रगट सिंह के नाम कर दी। जमीन का बंटवारा हो गया। इसके बाद सब अपनी-अपनी खेती करने लगे। लेकिन दिसंबर 2019 में सुनीता के ससुर दर्शन राम ने वसीयत तबदील कर दी और वसीयत में कुलदीप का नाम हटाकर पूरी जमीन अपने दो बेटों संदीप व प्रगट सिंह के नाम कर दी। जिसके बाद इनमें विवाद रहने लगा। जमीन को लेकर महिला सरपंच सुनीता देवी को उसका ससुर दर्शन राम, जेठ संदीप कुमार, जेठानी रणजीत कौर हमेशा परेशान करते थे। वह उसके साथ गाली-गलौज करते व कई बार तो बात हाथापाई तक भी पहुंच चुकी थी। इस कारण सुनीता परेशान रहती थी। सुनीता ने इस संबंध में कई बार अपने पिता से बात भी की थी। 25 मई को फिर किया था झगड़ा
सुनीता के पिता हरमेश ने बताया कि 25 मई को सुनीता के ससुर, जेठ व जेठानी ने एक बार फिर सुनीता को जमीन के लिए तंग परेशान करना शुरू कर दिया। उसे मानसिक तौर पर इतना परेशान किया कि वह तंग आकर सुनीता ने जहर निगल लिया। जब सुनीता की तबीयत खराब हुई तो परिवार वाले उसे अस्पताल ले गए जहां सुनीता ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। जांच कर रही पुलिस
मामले की सूचना मिलते ही थाना गढ़शंकर की पुलिस मौके पर पहुंच गई और उन्होंने सुनीता का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कर परिवार वालों को सौंप दिया है। पुलिस ने इस मामले में सुनीता के पिता के बयान पर उसके ससुर दर्शन राम, जेठ संदीप कुमार व जेठानी के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। मामला दर्ज होते ही आरोपित फरार
गढ़शंकर पुलिस एसएचओ इकबाल सिंह ने बताया कि सुनीता को जब अस्पताल ले जाया गया तो सुनीता के ससुर, जेठ व जेठानी चुपचाप मौके से निकल गए। जब उन्हें सुनीता की मौत का पता चला और मामला दर्ज होने की भनक लगी तो वह तीनों फरार हो गए। उन्होंने बताया कि आरोपितों को काबू करने के लिए छापेमारी जारी और उम्मीद है कि आरोपित जल्द ही काबू कर लिए जाएंगे।