ग्रांट मिली पर नहीं हुई नालियों की सफाई
ब्लॉक तलवाड़ा के अंतर्गत पड़ते गांव बह अत्ता में नालियों की सफाई के लिए ग्राट भी मिली लेकिन काम नहीं हुआ। इससे लोगों में रोष है।
संवाद सहयोगी, तलवाड़ा : ब्लॉक तलवाड़ा के अंतर्गत पड़ते गांव बह अत्ता में नालियों की सफाई के लिए ग्राट भी मिली, लेकिन काम नहीं हुआ। इससे लोगों में रोष है। समाज सेवक व आरटीआइ एक्टीविस्ट सुखदेव सिंह डडवाल ने बताया कि गांव में गलियों व नालियों की सफाई के लिए 35 हजार रुपये की ग्रांट का उपयोग नहीं हुआ है। गांव बह अत्ता के समाज सेवक सुखदेव सिंह डडवाल ने आरटीआइ एक्ट के तहत सूचना मांगी थी। इसमें पता चला कि वर्ष 2013 से 2018 तक करीब 35 हजार रुपये की ग्रांट गलियों व नालियों की सफाई के लिए पीएचसी हाजीपुर ने जारी क थी।
समाज सेवक सुखदेव डडवाल ने बताया है कि उनके गांव में विलेज हेल्थ सेनीटेशन कमेटी कमेटी का गठन ही नहीं किया गया है, तो फिर इस राशि को किस ने खर्च कर दिया।
वर्ष 2013 में 10 हजार, 2014 में 4500 रुपये, 2015 में 7500 रुपये, वर्ष 2015-16 में 2500 रुपये, 2016-17 में 4500 रुपये, वर्ष 2017 में 3000 रुपये, 2018 में 5000 रुपये नालियों की सफाई के लिए जारी हुए थे। उन्होंने बताया कि 2018 के दौरान आए 5000 रुपयों को गांव की सफाई के लिए खर्च किया गया, लेकिन वर्ष 2013 से लेकर के वर्ष 2017 तक ग्रांट खर्च नहीं हुई।
उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व सरपंच ने राशि को खर्च नहीं किया। जबकि पूर्व सरपंच प्यारा लाल ने कहा कि सुखदेव डडवाल के आरोप आधारहीन हैं। उन्होंने कहा है कि वह हर वर्ष गांव की साफ-सफाई के लिए आने वाले पैसे नियुक्त आशा वर्कर के ही अकाउंट में आते हैं। आशा वर्कर हर वर्ष का हिसाब अपने पास रखती और साथ ही साफ-सफाई पर खर्च पैसे का हिसाब पीएचसी अस्पताल हाजीपुर को दिया जाता है।