यूनियन ने मांगों के लिए चार घंटे तक बस स्टैंड रखा बंद
मांगों को लेकर सोमवार सुबह नौ बजे से दोपहर एक बजे तक पनबस कांट्रैक्ट वर्कर यूनियन ने काम ठप रखा। इस दौरान बस स्टैंड पूरी तरह से बंद रहा जिसके कारण यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी।
संवाद सहयोगी, होशियारपुर : मांगों को लेकर सोमवार सुबह नौ बजे से दोपहर एक बजे तक पनबस कांट्रैक्ट वर्कर यूनियन ने काम ठप रखा। इस दौरान बस स्टैंड पूरी तरह से बंद रहा जिसके कारण यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। यूनियन के सदस्यों ने चार घंटे तक बस स्टैंड पर एक भी बस नहीं आने दी। पनबस यूनियन के डिपो प्रधान रमिदर सिंह की अगुआई में भारी संख्या में पनबस व रोडवेज कर्मियों ने सरकार को खरी खोटी सुनाई। प्रधान रमिदर सिंह ने कहा कि सरकार मांगों की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है और पंजाब रोडवेज डिपो मैनेजमेंट बातों में उलझा कर अपना काम निकाल रही है। इसके चलते अब पनबस यूनियन ने फैसला कर लिया है कि वह मांगों को पूरी करके ही दम लेगी। अगर सरकार ने अब भी मांगों की तरफ ध्यान नहीं दिया तो तीन और चार अगस्त को चार घंटे के लिए बस स्टैंड बंद किया जाएगा। इसके बाद 9, 10, 11 अगस्त तक पूर्ण रूप से हड़ताल की जाएगी। यदि फिर कोई बात नहीं बनी तो यूनियन की तरफ से संघर्ष लंबा किया जाएगा और सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया जाएगा। इस अवसर पर नरिदर सिंह, धर्मिंदर सिंह, हरजीत सिंह, कुलवंत सिंह, सुखजीत सिंह, हरजोत सिंह, चरनजीत सिंह मौजूद थे।
जस्सा सिंह रामगढि़या चौक बन गया था बस स्टैंड
बस स्टैंड में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन को देखते हुए प्राइवेट चालकों ने तुरंत अपनी बसें जस्सा सिंह रामगढि़या चौक के चारों तरफ खड़ी कर ली। इसका फायदा उठाते हुए परिचालक यात्रियों को आवाज लगाकर बसों में बिठा रहे थे। प्राइवेट बस चालक कोरोना वायरस से बचाव के नियमों की परवाह किए बिना बसों में क्षमता से ज्यादा सवारियां ले जा रहे थे।
आटो रिक्शा चालकों की खूब चांदी
अचानक बंद हुए बस स्टैंड में चारों तरफ सन्नाटा पसर गया। यात्रियों को पता चला कि जस्सा सिंह रामगढि़या चौक में बसें चल रही है। जैसे ही यात्री बस स्टैंड से बाहर जाने लगे तो सामने खड़े आटो रिक्शा चालक जो प्रति सवारी दस रुपये किराया मांगते थे वह प्रति सवारी बीस रुपये लेने लग पड़े।