दो नौसरबाज महिलाओं ने धोखे से एटीएम कार्ड बदल खाते से उड़ाए 1.17 लाख, केस
एटीएम ऑपरेट कर रहे हैं तो सावधान वर्ना आपका अकाउंट खाली हो जाएगा। क्योंकि एटीएम के इर्द-गिर्द नौसरबाज सक्रिय रहते हैं जो आपकी मदद के बहाने एटीएम बदलकर चूना लगाने का काम करते हैं।
एटीएम आपरेट करते समय सावधान, वर्ना एकाउंट हो जाएगा खाली हजारी लाल, होशियारपुर
एटीएम ऑपरेट कर रहे हैं तो सावधान, वर्ना आपका अकाउंट खाली हो जाएगा। क्योंकि एटीएम के इर्द-गिर्द नौसरबाज सक्रिय रहते हैं जो आपकी मदद के बहाने एटीएम बदलकर चूना लगाने का काम करते हैं। शहीद भगत सिंह निवासी राज कुमार पुत्र लक्ष्मण दास के साथ भी कुछ ऐसा हुआ है, जिसका एटीएम कार्ड बदलकर दो नौसरबाज महिलाओं ने उसके खाते से दसूहा के एटीएम में से 1,17,500 रुपये निकलवा लिए हैं। दसूहा पुलिस ने दोनों अज्ञात महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
कुछ समय पहले नौसरबाज ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की मेन ब्राच के एटीएम पीडब्लयूडी से रिटायर जगतार सिंह की सहायता करने के बहाने से एटीएम बदल लिया था। पिन कोड भी ले लिया था। बाद में नौसरबाज ने 1.60 लाख रुपये खाते से निकाल लिए थे। इसके अलावा कुछ समय पहले सरकारी कॉलेज से बतौर वाइस प्रिंसिपल रिटायर हुए प्रो. आरआर मनोचा का भी एक नौसरबाज ने सहायता करने के बहाने से एटीएम कार्ड बदल लिया था। पिन कोड भी ले लिया। बाद में नौसरबाज ने उनके खाते से 38 हजार रुपये निकलवा लिए थे। एसएसपी जे. इलनचेलियन ने कहा कि एटीएम कार्ड को आपरेट करते समय लोगों को ध्यान रखना चाहिए। अपना एटीएम कार्ड किसी अजनबी को न दे और न ही उसे अपना पिन कोड बताएं। कई मामले आ चुके हैं सामने
यह कोई पहला मामला नहीं है। एटीएम बदलकर पहले भी खाता धारकों से कई बार ठगी हो चुकी है। ऐसे नौसरबाज एटीएम मशीन के आसपास ही घूमते रहते हैं और एटीएम कार्ड के माध्यम से पैसे निकलाने के लिए आने जाने वालों पर पूरी नजर रखते हैं और मौका पाते ही उनके साथ एटीएम मशीन रूम में घुस जाते हैं। पैसे निकलवाने वाले की थोड़ी से लापरवाही इन नौसरबाजों की पौ बारह कर देती है।
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पूर्व सूबेदार मेजर सुखदेव भी हुए हैं ठगी के शिकार
एटीएम बदलकर खाते से पैसे निकालने के ठगी का शिकार पूर्व सैनिक सुखदेव सिंह निवासी शरीहपुर दसूहा भी हो चुके हैं। मामला इसी जनवरी का। सेना से सूबेदार मेजर पद से सेवा मुक्त हुए हैं। उनका भारतीय स्टेट बैंक की रेलवे क्त्रॉसिंग के पास शाखा में खाता है। बैंक द्वारा नए चिप वाले एटीएम कार्ड बनाए जा रहे थे। उन्होंने बैंक से 8 जनवरी को अपना नया एटीएम कार्ड लिया तथा उसी दिन कार्ड चेक करने के लिए अपने एटीएम कार्ड द्वारा एटीएम मशीन में से पाच सौ रुपये निकलवाये थे। परन्तु 18 जनवरी को उनके मोबाइल पर मैसेज आया कि आपकी रोजाना कैश लिमिट 25 हज़ार से बढ़ाकर 40 हज़ार कर दी गई है। सुबह 19 जनवरी को सुबह 6.34 मिनट पर उनके खाते में से 20 हज़ार निकाले जाने का मैसेज आया था। उसके बाद 6:37 बजे एक और मैसेज आया था कि 20 हज़ार और निकलें हैं। इस तरह उनके खाते में से 40 हज़ार निकाले चुके थे। दूसरे मैसज आने पर उन्होंने मैसज पढ़ने पर वे परेशान हो गए क्योंकि उन्होंने ने तो पैसे निकलवाए ही नहीं थे। उनके खाते में से पैसे कैसे निकल गए तथा न ही उन्होंने बैंक में लिमिट बढ़ाने के लिए कोई अर्जी दी थी। खाते से पैसे निकलने की वजह से वह परेशान हो उठे थे।
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होशियारपुर के सोहन लाल को भी लग चुका है चूना
नौसरबाजों ने एटीएम कार्ड बदलकर होशियारपुर के सोहन लाल को भी चूना लगाया है। होशियारपुर में एटीएम कार्ड बदलकर नौसरबाजों ने दिल्ली जाकर पैसे निकलवाए थे। मामला है बीते फरवरी का।
रुप नगर निवासी सोहन लाल के मुताबिक उसका खाता पंजाब नेशनल बैंक में है। कुछ दिन पहले उसका नया एटीएम कार्ड मिला था। इस दौरान उससे मैसेज आया कि उसके खाते से 10 हजार रुपए निकल गए हैं। इसके बाद एक के बाद एक मैसेज आने लगे कि उसके खाते से पैसे निकल रहे हैं और नौसरबाजों ने उसके खाते से 29 हजार रुपए निकाल लिए। पहले तो उसने सोचा कि बैंक को मैसेज भेजने में कोई गलती हुई है। वह इसकी जाच करवाने के लिए बैंक में पहुंचा तो मालूम पड़ा कि दिल्ली के सेंट्रल मार्केट के एटीएम से उसके पैसे निकल गए हैं। 25 हजार रुपए सेंट्रल मार्केट और चार हजार रुपए मैन बस स्टैंड नई दिल्ली से निकाले गए थे।
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(बाक्स)
एटीएम का प्रयोग करते वक्त क्या रखें सावधानी
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- एटीएम रुम में अकेले ही जाएं और किसी के सामने एटीएम का प्रयोग करने से परहेज करें।
- किसी को भी अपने एटीएम का गुप्त कोड न बताएं।
- एटीएम स्वंय आपरेट करना सीखें। आपरेट न होने की स्थिति में अंजान व्यक्ति को कभी भी अपना एटीएम कार्ड न दें।
- अगर एटीएम कार्ड आपरेट नहीं होता तो संबंधित बैंक की शाखा में संपर्क करें या एटीएम रुम में लिखे अधिकारियों के नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
- इस बात का जरुर ध्यान दें कि एटीएम मशीन का प्रयोग करने के बाद आपने कार्ड अपने पास सुरक्षित रख लिया है या नहीं।
-एटीएम कार्ड पर पिन कोड नंबर कदापि न लिखें।
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यह भी रखे ध्यान
किसी भी बैंक की ओर से उपभोक्ताओं को फोन करके उनसे किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं मागी जाती है। यदि कोई अजनबी व्यक्ति बैंक के नाम पर फोन करके बैंक संबंधी कोई भी जानकारी मागता है तो उसे कदापि न दें। ऐसे लोग नौसरबाज होते हैं, जो बातों में उलझाकर बैंक संबंधी गोपनीय जानकारी हासिल करके आपको चूना लगा जाते हैं। ऐसे लोगों से सावधान रहें।
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