अस्पताल में दो एंबुलेंस, प्राइवेट वाले कर रहे मरीजों से लूट
सिविल अस्पताल में आने वाले मरीजों को प्राइवेट एंबुलेंस द्वारा लूटा जा रहा है। दूरदराज से आने वाले मरीजों को जब इलाज करवाकर वापस अपने घर जाना होता है, तो इमरजेंसी में ड्राइवरों द्वारा मरीजों से ज्यादा पैसे वसूल किए जा रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ सरकार व प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
संवाद सहयोगी, ब¨ठडा
सिविल अस्पताल में आने वाले मरीजों को प्राइवेट एंबुलेंस द्वारा लूटा जा रहा है। दूरदराज से आने वाले मरीजों को जब इलाज करवाकर वापस अपने घर जाना होता है, तो इमरजेंसी में ड्राइवरों द्वारा मरीजों से ज्यादा पैसे वसूल किए जा रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ सरकार व प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। जबकि सिविल अस्पताल में इस समय पांच सरकारी एंबुलेंस मौजूद हैं। जिनमें से एक रेडक्रॉस सोसायटी के अंडर है, जबकि बाकी चार में से तीन की हालात खस्ता है। कुल मिलाकर इस समय अस्पताल में दो एंबुलेंस ही मरीजों की मदद के लिए तैयार है।
10 की बजाए लिया जाता है 15 रुपये प्रति किलोमीटर किराया
सिविल अस्पताल में ज्यादातर गरीब परिवारों के लोग ही आते हैं। उनके पास इतने पैसे भी नहीं होते कि अपने मरीज का इलाज करवा सकें। लेकिन प्राइवेट एंबुलेंस की ओर से मरीजों से 15 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से किराया वसूल किया जा रहा है। जबकि दूसरी तरफ सरकारी एंबुलेंस मरीजों से 10 रुपये के हिसाब से फीस लेती है। सरकारी एंबुलेंस की खस्ताहालात के कारण लोगों को प्राइवेट एंबुलेंस का सहारा लेना पड़ता है। क्योंकि सरकारी एंबुलेंस की हालात ठीक नहीं है।
अधिकारियो को समस्या से के बारे में लिखा है : एसएमओ
एसएमओ डॉ. सतीश गोयल ने कहा कि प्राइवेट एंबुलेंस की अस्पताल में मौजूदगी को लेकर एसएसपी को सूचित किया गया है। उनकी ओर से कार्रवाई करते हुए कुछ एंबुलेंस के चलान भी काटे गए हैं। लेकिन अब फिर से अस्पताल में प्राइवेट एंबुलेंस आने लगी है। जिस संबंधी अधिकारियों को लिख दिया गया है।