सिर्फ लूटने का था प्लान, बचने के लिए चलाई गोली
सोढल फाटक के पास स्थित जैन करियाना स्टोर के मालिक सचिन जैन की लूट के दौरान हत्या मामले में आरोपितों ने पुलिस से कहा कि उनका लूटने का ही प्लान था हत्या का नहीं।
संवाद सहयोगी, जालंधर
सोढल फाटक के पास स्थित जैन करियाना स्टोर के मालिक सचिन जैन की लूट की नीयत से गोली मार कर हत्या करने के मामले में गिरफ्तार आरोपितों ने कहा कि वो हत्या करने के लिए नहीं बल्कि लूट का प्लान बना कर गए थे। पिस्तौल उन्होंने सचिन को डराने के लिए रखी थी, लेकिन उसने लूट नहीं होने दी। वह लोग भागने लगे थे, लेकिन सचिन ने एक को पकड़ लिया। उन्होंने तो बचने के लिए गोली चलाई थी। सभी वहां से साहिल के घर चले गए। वहां पर जाकर सभी में इस बात को लेकर झगड़ा भी हुआ कि गोली क्यों चलाई? सुबह जब पता चला कि सचिन की मौत हो गई है तो सभी घबरा गए और अलग-अलग हो गए।
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एमपी से लाए पिस्तौल से की थी पहली वारदात
रमन कुछ दिन पहले ही एमपी से पिस्तौल लाया था। उसने अपने साथियों के साथ पिस्तौल के बल पर लूटपाट करने की योजना बनाई थी। अभी तक लूट की कोई भी वारदात इस पिस्तौल से नहीं की गई थी। पहली ही वारदात करने के लिए निकले थे और पिस्तौल से गोली मार कर हत्या कर दी। यह था मामला
बीते दिन सोढल रोड स्थित जैन करियाना स्टोर के मालिक सचिन जैन रात करीब नौ बजे दुकान बंद कर रहा था। इसी दौरान उसे अकेले पाकर वड्डा प्रीत व रमन उर्फ साई दुकान के अंदर गए और सबसे पहले सिगरेट या बीड़ी मांगी। जैसे ही सचिन ने मना किया तो उन्होंने उसका गल्ला खोल लिया। सचिन ने वड्डा प्रीत का गला पकड़ लिया और चिल्लाना शुरू कर दिया। घबराए लुटेरों ने बाहर भागने का प्रयास किया, लेकिन सचिन ने उसका गला नहीं छोड़ा। ऐसे में रमन ने उसे गोली मार दी। आरोपितों की पहचान शहीद बाबू लाभ सिंह नगर निवासी अर्शदीप सिंह उर्फ वड्डा प्रीत, राजनगर निवासी साहिल, संत नगर निवासी दर्शन लाल उर्फ लक्की, मधुबन कालोनी निवासी रमन कुमार उर्फ साई और आदमपुर के हरिपुर निवासी दीपक के रूप में हुई। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया है।