Move to Jagran APP

श्रीकृष्ण-सुदामा का प्रसंग सुना पढ़ाया मित्रता का पाठ

देपुर के बाबा ईश्वर दास आश्रम में स्वामी महेश पुरी की अध्यक्षता में चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के सातवें दिन कथा व्यास पीठाधीश्वर रविनंदन शास्त्री ने विभिन्न प्रसंगों पर प्रवचन दिए।

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Nov 2021 11:14 PM (IST)Updated: Fri, 19 Nov 2021 11:14 PM (IST)
श्रीकृष्ण-सुदामा का प्रसंग सुना पढ़ाया मित्रता का पाठ
श्रीकृष्ण-सुदामा का प्रसंग सुना पढ़ाया मित्रता का पाठ

संवाद सहयोगी, दातारपुर : देपुर के बाबा ईश्वर दास आश्रम में स्वामी महेश पुरी की अध्यक्षता में चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के सातवें दिन कथा व्यास पीठाधीश्वर रविनंदन शास्त्री ने विभिन्न प्रसंगों पर प्रवचन दिए। उन्होंने सातवें दिन भगवान श्रीकृष्ण की अलग-अलग लीलाओं का वर्णन किया। मां देवकी के कहने पर छह पुत्रों को वापस लाकर मां देवकी को वापस देना, सुभद्रा हरण का आख्यान कहना एवं सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए कथा व्यास पीठाधीश्वर शास्त्री ने बताया कि मित्रता कैसे निभाई जाए यह भगवान श्रीकृष्ण व सुदामा जी से समझा जा सकता है। सुदामा अपनी पत्नी के आग्रह पर अपने मित्र कृष्ण से मिलने के लिए द्वारिका पहुंचे। सुदामा ने द्वारिकाधीश के महल का पता पूछा और महल की ओर बढ़ने लगे लेकिन द्वार पर द्वारपालों ने सुदामा को भिक्षा मांगने वाला समझकर रोक दिया। तब उन्होंने कहा कि वह कृष्ण के मित्र हैं, इसपर द्वारपाल महल में गए और प्रभु से कहा कि कोई उनसे मिलने आया है। अपना नाम सुदामा बता रहा है। जैसे ही द्वारपाल के मुंह से उन्होंने सुदामा का नाम सुना सुदामा सुदामा कहते हुए तेजी से द्वार की तरफ भागे। सामने सुदामा सखा को देखकर उन्होंने उसे अपने सीने से लगा लिया। सुदामा ने भी कन्हैया कन्हैया कहकर उन्हें गले लगाया। दोनों की ऐसी मित्रता देखकर सभा में बैठे सभी लोग अचंभित हो गए। कृष्ण सुदामा को अपने राज सिंहासन पर बैठाया। उन्हें कुबेर का धन देकर मालामाल कर दिया। जब भी भक्तों पर विपदा आई है। प्रभु उनका तारण करने अवश्य आए हैं। बाबा ईश्वर दास आश्रम में चल रही सात दिवसीय कथा शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुई। अंत में भागवत भगवान की आरती की गई और लंगर में प्रसाद वितरण किया गया। जिसमें सैकड़ों लोगों ने शिरकत की। इस अवसर पर स्वामी महेश पुरी, अशोक कुमार, प्रितपाल सिंह, पवन कुमार, प्रधान रामेश्वर सिंह, हरि सिंह, महंत सरूप सिंह, दिलबाग सिंह, सुदेश कुमारी, अनीता, सरोज बाला, राज रानी, प्रभात सिंह, सरिता देवी, ममता रानी व अन्य उपस्थित थे।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.