टेक्सटेशन बार एसोसिएशन के चुनाव, दो पक्षों में फंसे पेंच
टेक्सटेशन बार एसोसिएशन के चुनावों के बाद विवाद पैदा हो गया है।
जेएनएन, होशियारपुर : टेक्सटेशन बार एसोसिएशन के चुनावों के बाद विवाद पैदा हो गया है। बार एसोसिएशन के हुए इस चुनाव को कुछ मेंबरों ने मानने से मना कर दिया और आरोप लगाया है कि जो चुनाव हुए हैं, वह असंवैधानिक ढंग से हुए हैं। और इसमें धक्केशाही की गई है। जबकि एक पक्ष का कहना है कि कोई धक्केशाही नहीं हुई। चुनावों की प्रक्रिया कानून के हिसाब से हुई है और बकायदा पहली मीटिग में मता डाला गया था और अगली मीटिग में तय तारीख को चुनावों के लिए हुई और उसमें बकायदा आधे से अधिक मेंबर मौजूद हुए, जिन्होंने इस चुनाव प्रक्रिया में भाग लिया। उनका कहना है कि कुछ लोग जानबूझकर बार के शांतमयी माहौल के खराब कर रहे हैं। वहीं चुनाव के हक में जो पक्ष है उन्होंने दावा किया कि जो आरोप लगा रहे हैं उनके साथ धक्केशाही राग अलापने वाले दरअसल टेक्सटेशन बार एसोसिएशन के सदस्य है ही नहीं। वह केवल विवाद भड़काने में लगे हुए हैं। जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले टेक्सटेशन बार एसोसिएशन के सदस्यों की मीटिग हुई और बाद में एक और मीटिग हुई जिसमें चुनाव प्रक्रिया के दौरान एडवोकेट संदीप केहड़ को प्रधान नियुक्त किया गया। जिसके बाद पूरी लाबी चुनी गई।
लेकिन इस चुनाव को लेकर कुछ अन्य सदस्यों ने चुनावों पर विरोध जताने वाले टेक्सटेशन बार एसोसिएशन होशियारपुर की जनरल हाउस की एक हंगामेदार बैठक की। जिसकी प्रधानगी बार एसोसिएशन के महासचिव एडवोकेट सुरिदर पाल राणा ने की। जिसमें बार एसोसिएशन के लगभग चालीस नए और पुराने सदस्यों ने भाग लिया। बैठक में एडवोकेट राणा ने बार एसोसिएशन के सभी एजेंडों के ऊपर अपने विचार रखे। सीनियर एडवोकेट जेके पासी ने टेक्ससेशन बार के अध्यक्ष बने संदीप केहड़ के रवैये के गैर जिम्मेदाराना बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि एडवोकेट संदीप केहड़ ने टेक्सटेशन बार के सभी नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए एसोसिएशन के कुछ चुनिदा सदस्यों को साथ लेकर खुद को अध्यक्ष घोषित कर लिया। जबकि संदीप केहड़ पहले दो बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रह चुके हैं। इस बैठक में शामिल हुए सभी सदस्यों द्वारा संदीप केहड़ के खिलाफ एक निंदा प्रस्ताव पास करके आगे के नए अध्यक्ष पद के चुनाव लिए बार कौसिल ऑफ पंजाब एंड हरियाणा चंडीगढ़ को भेज दिया गया है। इस बैठक में रणधीर ठाकुर, राजेश ओहरी, नीनू स्याल, सुप्रिया ऐरी, गुरबक्श सिंह मुल्तानी, बलजीत कुमरा, हरदीप सिंह, विकास शर्मा, संदीप ठाकुर, नरिदर जोशी, राहुल पासी, वंदना राणा, मनीष शर्मा, हरिदर फलोरा, सलिल राणा, गौरव गर्ग, कुलविदर सिंह सैनी, संदीप कुमार, हरिदर सिंह, एसएस संघा, धर्मेंद्र जज्ज, धरमिदर कुमार दादरा, नीरज ओहरी, मनीष शर्मा, अनिरुद्ध जोशी, गगनदीप सिंह, दमनदीप सिंह, रोहित शर्मा, मनीष कुमार शर्मा आदि शामिल रहे।
सबूत दें कि चुनाव गलत ढंग से हुआ : संदीप
एडवोकेट संदीप केहड़ ने सारे आरोपों को खारिज किया और कहा कि जो चुनाव हुआ उसके संबंध में पहली मीटिग में सबको बताया गया था। उस मीटिग में कुल 50 में से 28 सदस्य मौजूद थे। जब चुनाव हुआ तब कुछ एडवोकेट आ नहीं सके और लेकिन फिर भी चुनाव प्रक्रिया के लिए सदस्य पर्याप्त थे और उन्होंने मता वाले रजिस्टर्ड पर अपने हस्ताक्षर भी किए थे। उन्होंने कहा कि सबूत उनके पास हैं, इसके अलावा 1 जून को टेक्सटेशन बार एसोसिएशन की एक डायरेक्टरी जारी की गई थी जिसमें पूरे 49 सदस्यों के नाम व पते प्रकाशित हुए थे। जिसको रिलीज करने के लिए सर्विस क्लब में एक समागम किया गया था जिसमें अधिकारीगण, कैबिनेट मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा व अन्य लोग मौजूद हुए थे। और उस डायरेक्टरी को कैबिनेट मंत्री ने ही अपने कर कमलों से रिलीज किया था। उन्होंने कहा कि जो शोर मचाया रहे हैं एक आधे को छोड़कर सारे वकील कोर्ट के हैं उनका टेक्सटेशन बार एसोसिएशन से कुछ लेना देना ही नहीं है। कुछ लोग जानबूझकर मामला भड़का रहे हैं ताकि टेक्सटेशन बार एसोसिएशन के शांत माहौल को खराब किया जा सके। इस तरह आरोप लगाना गलत है। यदि किसी को कोई शक हैं या मन में मंशा है तो वह कोर्ट में जाए हम कोर्ट में भी जवाब देगें।