राजौरी में पाक गोलाबारी में तलवाड़ा का जवान सुखविंदर शहीद, गांव में छाया मातम
राजौरी में ब्लाक तलवाड़ा के अंतर्गत पड़ते गांव फतेहपुर के जवान सुखविंदर सिंह के शहादत की खबर जैसे ही गांव में पहुंची तो वहांं शोक की लहर दौड़ गई।
जेएनएन, होशियारपुर। जम्मू-कश्मीर के राजौरी में ब्लाक तलवाड़ा के अंतर्गत पड़ते गांव फतेहपुर के जवान सुखविंदर सिंह के शहादत की खबर जैसे ही गांव में पहुंची तो वहांं शोक की लहर दौड़ गई। परिवार के एकमात्र कमाऊ पूत की शहादत से परिजन पूरी तरह से टूट गए। सुखविंदर भारतीय सेना की 18 जेके राइफल में अप्रैल 2017 में भर्ती हुआ था। वह राजौरी में तैनात था और सोमवार को पाकिस्तानी गोलीबारी में शहीद हो गया।
शहीद सुखविंदर के पिता अविनाश सिंह की मौत 2007 में ही हो गई थी। इसके बाद मां रानी देवी ने ही सुखविंदर व उसके बड़े भाई का पालन पोषण किया। दोनोंं तब बहुत छोटे थे। भाइयों में छोटा सुखविंदर जब फौज में भर्ती हुआ तो मां बहुत खुश थी कि अब उसे आर्थिक रूप से सहारा देने वाला मिल गया, लेकिन सुखविंदर की शहादत से उसका यह सहारा भी छिन गया है।
शहीद के घर पर लोग शोक जताने पहुंचने लगे हैं।
नवंबर में शादी में शामिल होने आया था सुखजिंदर
21 वर्षीय सुखजिंदर नवंबर माह में एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए 15 दिन की छुट्टी आया था। वह 21-22 नवंबर को शादी में शामिल हुआ और इसके बाद चला गया था। उसने मां से वादा किया था कि वह फिर जल्द आएगा। सुखजिंदर का बड़ा भाई अभी बेरोजगार है। मां चाहती थी कि बड़ा बेटा भी जल्द कहीं नौकरी लगे और इसके बाद दोनों भाइयों की शादी कर ले, लेकिन ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था।
प्लस टू के बाद हुआ था सेना में भर्ती
शहीद सुखजिंदर के चाचा स्वर्ण सिंह ने बताया कि उन्हें गत रात्रि यूनिट से फोन आया जिसमें सुखजिंदर के शहादत की सूचना दी गई। स्वर्ण सिंह ने कहा कि सुखजिंदर ने तलवाड़ा से प्लस टू किया था। इसके बाद वह फौज में भर्ती हो गया था।
बुधवार को पहुंचेगा पार्थिव शरीर
परिजनों के मुताबिक अभी सुखजिंदर की शहादत की खबर उसकी मां रानी देवी को नहीं दी गई है। शहीद पार्थिव शरीर अभी उसके पैतृक गांव नहीं पहुंचा है। बताया जा रहा है कि पार्थिव शरीर आज अखनूर पहुंचेगा। इसके बाद कल उसे यहां लाया जाएगा।
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