छात्रों ने सास्कृतिक कार्यक्रम पेश कर दर्शकों को राष्ट्रभक्ति और संस्कृति से जोड़ा
विशिष्ट भारती स्कूल दातारपुर में शीतकालीन समारोह का आयोजन किया गया।
संवाद सहयोगी, दातारपुर : विशिष्ट भारती स्कूल दातारपुर में शीतकालीन समारोह का आयोजन किया गया। सबसे पहले एमडी गिरिधर शर्मा, प्रबंधक कवीश शर्मा तथा प्रिसिपल दिनकर शर्मा ने ज्योति प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। छात्राओं ने मंगल गायन एवं सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी। समारोह में कक्षा प्रथम, तृतीय तथा आठवीं के विद्यार्थियों ने स्वागत गीत के बाद कविता गायन और सांस्कृतिक कार्यक्रम से सभी को अध्यात्म, राष्ट्रभक्ति तथा संस्कृति के साथ जोड़ा। वर्तमान परिवेश में नारी की भूमिका को दर्शाता नाटक प्रस्तुत किया गया। छात्राओं के प्रस्तुत घूमर नृत्य अत्यंत आकर्षित करने वाले थे। छात्राओं की प्रस्तुति देखकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। आठवीं कक्षा के छात्रों ने भंगड़ा प्रस्तुत किया।
लड़कियों के जीवन में दरपेश समस्याओं पर जीवंत नाटक मनमोहक रहा। देश के सभी राज्यों को एकसूत्र में पिरोता संयुक्त नृत्य भारत की अनेकता में एकता का संदेश दे गया। गिरिधर शर्मा ने स्कूल की तमाम गतिविधियों को अभिभावकों के सामने रखा। उन्होंने कहा कि बच्चों का हृदय अत्यंत कोमल होता है। यहीं छात्र अंकुर के समान हैं, जो बाद में विकसित होंगे। इस अवसर पर कवीश शर्मा ने भी विद्यार्थियों को नशे से दूर रहते हुए अपना भविष्य संवारने की नसीहत दी।
वंदे मातरम के मधुर गायन से समारोह का समापन किया गया। इस अवसर पर अनु बाला, पायल वर्मा, सिया पलियाल, संतोष कुमारी, शशि बाला, सुरेश कुमार, विनोद कुमार, अनु शर्मा, अंजली, मंजू, दीपशिखा, अर्चना, दलजीत, सुनीता, रीता, मालविका, रितू, विनय, बलदेव, विनोद ठाकुर, गीतिका, अजीत, रेखा रानी, श्वेता तथा अभिभावक उपस्थित थे। ऐसे कार्यक्रमों से पैदा होती है राष्ट्रीयता की भावना
प्रिसिपल दिनकर पराशर ने कहा ऐसे प्रयासों से ही छात्रों में नैतिकता, चरित्र और राष्ट्रीयता की भावना विकसित होती है। शिक्षाविद सतपाल शास्त्री ने स्कूल के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में विद्यार्थियों को ऐसी शिक्षा देने की आवश्यकता है। जिससे वह बड़े होकर एक आदर्श नागरिक बन कर राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका का निर्वहन कर सकें।