, नहीं मिल पा रहा उपचार
पिछले 14 दिन से एनपीए को लेकर हड़ताल पर गए डाक्टरों को झेलनी पड़ रही परेशानी
संवाद सहयोगी, होशियारपुर :
पिछले 14 दिन से एनपीए को लेकर हड़ताल पर गए डाक्टरों का खमियाजा अब मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। डाक्टरों की हड़ताल यहां 14वें दिन में प्रवेश कर गई है और शुक्रवार पंजाब के अलग-अलग जिलों से हजारों की संख्या में चंडीगढ़ पहुंच कर डाक्टरों ने पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन भी किया मगर सरकार के कानों पर अभी तक जूं तक नहीं रेंगती है। सरकारी अस्पताल में ओपीडी भी लगातार पिछले 14 दिन से ही बंद चल रही है। जिसके चलते मरीजों को भारी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को सरकारी अस्पताल के ओपीडी विभाग में अलग अलग डाक्टरों के कमरों के बाहर बैठे कुछ मरीजों से बात करने पर पता चला कि वह किस प्रकार डाक्टर नहीं मिलने पर परेशानी का शिकार हो रहे है। (बाक्स) फोटो 13 में है
बच्चे के इलाज के लिए बुल्लोवाल के आगे से होशियारपुर पहुंची सुनीता देवी अपने बेटे जिसका इलाज सरकारी अस्पताल होशियारपुर में चल रहा ने बताया कि उसके बेटे कार्तिक का इलाज पिछले दो महीने से सरकारी अस्पताल होशियारपुर में चल रहा है और हर शनिवार अपने बेटे को लेकर अस्पताल आ रही है। अब केवल आखरी बार उसके बेटे को डाक्टर ने दवाई लगानी थी और वह सुबह अपने बेटे को लेकर सरकारी अस्पताल पहुंच गई है। पहले तो काफी देर पता ही नही चला कि सभी डाक्टर है कहां पर मगर जब काफी देर तक कोई भी डाक्टर दिखाई नही दिया तो एक व्यक्ति से बात करने पर पता चला कि डाक्टर पिछले 14 दिन से हड़ताल पर है और केवल इमरजेंसी में ही मरीजों का इलाज किया जा रहा है। अगर वह भी अपने बेटे को दवाई दिलाना चाहती है तो इमरजेंसी विभाग में चली जाए।
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चमड़ी के डाक्टर के पास चल रहा है इलाज
पुरहीरां के आगे से चमड़ी के डाक्टर के पास इलाज के लिए पहुंची सुशीला देवी ने बताया कि उसकी चमड़ी में इंफैक्शन होने पर उसका इलाज पिछले दो महीने से चमड़ी के डाक्टर के पास चल रहा है। वह हर 15दिन के बाद डाक्टर को चैकअप कराने के बाद दवाई ले रही है। अस्पताल में मरीजों की भीड़ ज्यादा होने के डर से वह सुबह नौ बजे डाक्टर से मिलने अस्पताल पहुंच गई है। मगर 12 बजने को है एक भी डाक्टर नही दिखाई दे रहा है। पूछने पर पता चला कि डाक्टर अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए है। (बाक्स) फोटो 15 में है
डाक्टर हड़ताल पर है तो बिजली की बेकद्री क्यों
अस्पताल में डाक्टरों को मिलने पहुंचे कुछ मरीजों ने गुस्साए अंदाज में कहा कि एक तो डाक्टर हड़ताल पर है जिसके चलते मरीजों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि कोई भी व्यक्ति यह नहीं बता रहा है कि डाक्टर कब आ रहे है। अगर हड़ताल पर है तो फिर डाक्टरों के कमरों की लाइट और पंखे चल रहे है। पंजाब में तो पहले से ही बिजली संकट चल रहा है ऐसे में बिजली का सारे अस्पताल में दुरुपयोग क्यों किया जा रहा है। कया कहते है डाक्टर एसोसिएशन प्रधान मनमोहन सिंह
बात करने पर पीसीएमएस एसोसिएशन के प्रधान मनमोहन सिंह ने बताया कि हड़ताल कितनी लंबी चलेगी इसके बारे कुछ नही कह सकते। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार एनपीए पर बनाया कानून वापिस नही ले लेती तब तक संघर्ष जारी रहेगा।