फगवाड़ा में परिवार से मिलने रविवार को दो घंटे जाती हैं घर
कोरोना के प्रभाव को कम करने के लिए लगाए गए कर्फ्यू में हर विभाग अपनी सेवाएं बढ़ी मुस्तैदी से दे रहा है।
संवाद सहयोगी, दसूहा : कोरोना के प्रभाव को कम करने के लिए लगाए गए कर्फ्यू में हर विभाग अपनी सेवाएं बढ़ी मुस्तैदी से दे रहा है। इसी बीच हमारे एक अधिकारी हैं दसूहा की एसडीएम ज्योति बाला, जो कि कोरोना से दो-दो हाथ करने के लिए दिन-रात एक कर रही हैं। वह काम के दौरान लोगों को फिजिकल डिस्टेंसिंग के पालन के प्रति जागरूक कर रही हैं। वहीं कर्फ्यू का उल्लघंन करने वालों को सबक भी सिखा रही हैं। दिन रात वह स्थिति का ध्यान रखने के लिए खुद मैदान में हैं ताकि कोई कमी न रहे। सुबह से ही ज्योति बाला फील्ड में उतर जाती हैं और सारा दिन राउंड पर रहती हैं। यहां तक कि पुलिस मुलाजिमों के साथ नाकों पर भी डटीं रहती हैं।
एसडीएम ज्योति बाला कहती हैं कि उनका परिवार फगवाड़ा में है और वह पिछले कुछ समय से परिवार के पास नहीं गई हैं, क्योंकि ड्यूटी पहले जरूरी है और इन दिनों तो ड्यूटी ही चौबीस घंटे चल रही है। केवल रविवार के दिन ही घर जाती हैं वह भी दो घंटे के लिए। इन दिनों वह दसूहा में ही रुकी हुई हैं। सुबह वह करीब आठ बजे घर पहुंच जाती हैं। उसके बाद वह अधिकारियों के साथ मीटिग करती हैं, हालातों का जायजा लेती हैं, जो हाई कमान से निर्देश मिलते हैं उनसे अपनी टीम को अवगत कराती हैं। उसके बाद वह फील्ड में निकल जाती हैं, प्रबंधों का जायजा लेती हैं। यही नहीं इन दिनों एसडीएम ज्योति बाला नाके पर भी पुलिस के साथ तैनात रहती हैं। उत्साह से निभाती हैं ड्यूटी
सारा दिन ड्यूटी पर डटे रहने के बाद भी ज्योति बाला के चेहरे पर थकान नाम की कोई चीज नहीं है। यानी यूं कहें कि एसडीएम ज्योति बाला की किताब में थकावट जैसे किसी शब्द का स्थान ही नहीं है। सारा दिन बस एक ही काम ड्यूटी और सिर्फ ड्यूटी।एसडीएम ज्योति बाला कहती हैं कि यह गंभीर समय है और यह सबकी परीक्षा का समय है ताकि कोई परेशान न हो। एसडीएम ज्योति बाला का कहना है कि यदि वह ही इस समय गंभीरता के साथ ड्यूटी नहीं करेंगी तो फिर उनके जूनियर अधिकारियों पर क्या असर पड़ेगा। इसलिए वह नहीं चाहती कोई उनके कारण ड्यूटी में ढील बरते इसलिए वह इन दिनों खुद मैदान में हैं ताकि कोरोना से दो-दो हाथ कर सके। लोगों से अपील, घर में रहें
एसडीएम ज्योति बाला कहती है कि सारा दिन इन दिनों फील्ड में निकलता है। सुबह से लेकर शाम तक इलाके में लोगों को कोरोना के प्रति वह जागरूक करते हैं, प्रबंधों की जांच करनी होती है ताकि कहीं कोई कमी न रहे, यदि कोई कमी रहे तो उसे दूर कैसे करना है ताकि लोगों को असुविधा न हो, इन दिनों थकना मना है। उन्होंने इलाका निवासियों से अपील की कि वह घरों में रहे और स्वास्थ्य विभाग व पुलिस प्रशासन का पूरा सहयोग दें।चूंकि यह सबकी लड़ाई है सबके लिए, इसमें किसी एक का कोई लाभ नहीं हैं और यह लड़ाई भी तब जीतेंगे जब सारे सहयोग देंगे। कुल मिलाकर इस लड़ाई में सबका सहयोग बहुत जरूरी है। लोग जागरूक हों घरों से कम ही निकलें और सफाई का पूरा ध्यान रखें।