रेमडीसीविर इंजेक्शन के दाम कम करना सराहनीय : रमन कपूर
भारत सकरार राष्ट्रीय दवा मूल्य निर्धारण प्राधिकरण ने दखल देकर रेमडीसीविर इंजेक्शन के दामों में कमी लाने के कदम की सराहना की है।
संवाद सहयोगी, होशियारपुर
एमज-एनजीओ के राष्ट्रीय प्रधान रमन कपूर ने रसायनिक एवं उर्वरक मंत्रालय, फार्मास्यूटिकल्स विभाग, भारत सकरार, राष्ट्रीय दवा मूल्य निर्धारण प्राधिकरण ने दखल देकर रेमडीसीविर इंजेक्शन के दामों में कमी लाने के कदम की सराहना की है। केंद्र सरकार के दबाव के कारण भारत की सभी प्रमुख कम्पनियां जो यह इंजेक्शन बनाती हैं, ने रेमडीसीविर इंजेक्शन के मूल्य में भारी कटौती करके आम जनता को राहत प्रदान की है।
प्रधान रमन कपूर ने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से उठाया गया यह कदम देर आए दुरुस्त आए जैसा है। सरकार को यह कदम एक साल पहले उठाना चाहिए था। क्योंकि यह इंजेक्शन कोरोना मरीजों की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अलग-अलग कंपनियां इस इंजेक्शन को अलग -अलग एमआरपी पर बेच रहीं है। अब कैडिला ने रेमडेक की कीमत 899 रुपये कर दी है, जबकि पहले इसकी कीमत 2800 रुपये थी। साइनाजेन इंटरनैशल लिमिटेड के रेमबिन की नई कीमत 2450 रुपये है। जबकि पहले इसकी कीमत 3950 रुपये थी। डा. रैडी लेबोरेट्री लिमेटिड के रैडीएक्स की नई कीमत 2700 रुपये है। जबकि पहले इसकी कीमत 5400 रुपये थी। सिपला लिमेटिड के सिपरेमी की नई कीमत 3000 रुपये है। जबकि पहले इसकी कीमत 4000 रुपये थी। माईलेन फार्मास्यूटिकल लिमिटेड के डेसरिम की नई कीमत 3400 रुपये है। जबकि पहली कीमत 4800 रुपये थी। इसी तरह अन्य इंजेक्शनों के दामों में भी कटौती की गई है। प्रधान रमन कपूर ने दवा बनाने बाली सभी कंपनियों से अपील की कि कोरोना महामारी को मघ्य नजर रखते हुए मानवता के हित के लिए अपना मुनाफा थोड़ा कम कर लोगें की जान बचाने में अपना योगदान दें।