पैर पर पट्टी करने का बिल 3350 रुपये
फोटो 51,52 में है 1550 रुपए नर्स केयर टे¨कग फीस-फार्मासिस्ट हम आप को घर से बुला कर नही लाते-फार्मासिस्ट संवाद सहयोगी, होशियारपुर प्राईवेट अस्पताल किस प्रकार मरीज को लुट का शिकार बना रहे है इसका ताजा उदाहरण होशियारपुर के नामी अस्पताल रवजोत अस्पताल रोशन रोड़ होशियारपुर का सामने आया है। पत्रकार रवजोत अस्पताल का कमाल, पैर पर पट्टी करने का बिल 3650 रुपएरवजोत अस्पताल का कमाल, पैर पर पट्टी करने का बिल 3650 रुपएवार्ता में बात करते हुए सुमतेश शर्मा पुत्र कूंदन लाल निवासी 47-एल माडल टाऊन होशियारपुर ने बताया कि उसके पिता कूंदन लाल(
संवाद सहयोगी, होशियारपुर =
माडल टाउन में रवजोत अस्पताल में महज पट्टी करके 3350 रुपये बिल वसूलने का आरोप लगाया है। मरीज के परिजन का यह भी आरोप है कि उन्हें बिल सिर्फ 1630 रुपये के ही दिए गए। बाकी पैसे नर्स केयर टे¨कग की फीस के नाम पर वसूले गए हैं। यह आरोप लगाया है
सुमतेश शर्मा पुत्र कुंदन लाल निवासी 47-एल माडल टाऊन होशियारपुर ने। उनके मुताबिक उसके पिता कुंदन लाल(86) शुगर के मरीज हैं। पिछले कुछ समय से उनके पैर में एक छाला बन गया था। उसके रिसने से पैर से पानी निकल रहा था। घर के पास ही रवजोत अस्पताल होने के कारण वह अपने पिता को व्हील चेयर पर ही बिठा कर वीरवार छह बजे रवजोत अस्पताल पहुंच गए। उस समय वहां पर डॉक्टर संजय मौजूद थे। पर्ची के एक सौ रुपये पहले दे दिए। उन्होंने बताया कि आप चेकअप कराने के बाद पट्टी करा लें। वह कुछ देर बाद पट्टी कराने आए तो वहां पर डॉक्टर संजय मौजूद नहीं थे और नर्स ने ही उनके पिता के पट्टी की और वीपी चेक करने के बाद बिल बना दिया। बिल देख कर सुमतेश ने कहा कि 3350 रुपये किस बात के तो नर्स ने कहा कि आप डॉक्टर से बात कर सकते है। सुबह 3350 रुपये का बिल मांगा तो उन्होंने जो बिल बनाया था उस पर कीमत केवल 1630 रुपये बने थे पूछने पर फार्मासिस्ट ने कहा कि 1550 रुपये नर्स द्वारा देखभाल की कीमत है। उन्होंने कहा कि वह तो पट्टी कराने के बाद घर चले गए थे। काफी मिन्नतें करने के बाद भी बिल में कोई रियायत नहीं की गई।
डॉक्टर संजय- डाक्टर संजय से बात करने पर उन्होने बताया कि वह तो सैलरी पर काम करते है दवाई की पर्ची का उसके साथ कोई संबंध नही है इसके लिए आप डाक्टर रवजोत ¨सह से बात करें।
क्या कहते है डाक्टर रवजोत
डाक्टर रवजोत से बात करने पर उन्होने कहा कि उनके ध्यान में यह बात नही आई है वह शहर से बाहर है सुवह आ जाएंगे और मरीज की तसल्ली कराई जाएगी।