शाह नहर पर बन गईं अवैध पुलियां, किसानों में रोष
सचिन शर्मा मुकेरियां मुकेरियां हाइडल से शाह नहर की निकाली गई ब्रांचें अवैध कब्जों व सीवरेज डाले जाने के कारण किसानों के लिए खास लाभदायक साबित नहीं हो रही।
सचिन शर्मा, मुकेरियां
मुकेरियां हाइडल से शाह नहर की निकाली गई ब्रांचें अवैध कब्जों व सीवरेज डाले जाने के कारण किसानों के लिए खास लाभदायक साबित नहीं हो रही। अगर बात मुकेरियां डिस्ट्रीब्यूटरी की करें तो मुकेरियां के शाह नहर पर कब्जों की भरमार है। नहर के अलग -अलग जगह पर कब्जाधारियों ने कब्जे किए हुए हैं। शाह नहर की ब्रांच मुकेरियां डिस्ट्रीब्यूटरी गांव गालडिया के नजदीक से निकलते हुए खडकबडला, बागोवाल कॉलोनी, शास्त्री कलोनी, माता राणी चौंक से होते हुए रेलवे रोड, नवापिड, अटलगढ़, गोदड़ा, कलसा, अब्दुल्लापुर से होते हुए कई गांवों से निकलती है। बागोवाल कॉलोनी, शास्त्री कलोनी, माता राणी चौक तक लोगों ने गुजरने के लिए अवैध पुलियां बनाकर कब्जे किए हुए हैं। अस्पतालों, पैलेसों व घरों का सीवरेज का पानी नहर में डाला जा रहा है। कैमिकलयुक्त पानी जानवरों और खेतों के लिए खतरनाक है। फसल का प्रयोग करने वाले लोग बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। ज्यादातर किसान नहर का फायदा ना होने के कारण महंगे रेट के डीजल से ट्यूबवेल चलाकर फसलों को पानी लगा रहे हैं। इस बरसात के मौसम में मुकेरियां क्षेत्र में पहले ही बारिश बहुत कम हुई है और धान की फसल को पानी अधिक मात्रा में चाहिए।
रेलवे रोड से गुजरती नहर पर दुकानदारों ने स्लैबें डालकर सामान रखकर कब्•ो किए हुए हैं। यह सब राजनीतिक आशीर्वाद व विभाग की मिलीभगत के बगैर नहीं हो सकते है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने विभाग को नहर में पड़ रहे सीवरेज के पानी को रोकने के सख्त आदेश दिए थे जिसके बाद विभाग के अधिकारी व कर्मचारी नहर में पड़ रहे सीवरेज के पानी को बंद करवाने के लिए एक्शन लिया। विभाग ने बीते दिनों सीवरेज का पानी रोकना व अवैध पुलियां तोड़नी शुरू की। लेकिन जल्द ही यह अभियान राजनीति की भेंट चढ़ गया।
-------------- राजनीतिक दबाव नहीं, लोग ही नहीं दे रहे साथ : एसडीओ
नहरी विभाग के एसडीओ विनय कुमार ने कहा कि राजनीतिक दबाव कोई नहीं है। जब भी सीवरेज का पानी नहर में डालने से रोका जाता है या अवैध कब्•ो हटाए जाते हैं तो लोग साथ देने की बजाय एकत्रित होकर प्रदर्शन करना शुरू कर देते हैं। लोगों को चाहिए कि इस सही कार्य में उनका सहयोग दें।