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जीवन के अनुभव से प्राप्त होता है व्यावहारिक ज्ञान

व्यावहारिक ज्ञान जीवन के अनुभवों से प्राप्त होता है। इसके लिए ज्ञान भावना, जीवन शैली की शिक्षा के लिए प्रयोग आवश्यक है। प्रयोग आधारित शिक्षा ही वास्तविक शिक्षा है। यह विचार राष्ट्रीय सेवा योजना के यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के उद्घाटन पर ¨प्रसिपल देश राज शर्मा ने व्यक्त किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संगठन मंत्री विद्या भारती उत्तर क्षेत्र माननीय जयदेव ने कहा कि सेवा धर्म ही परम धर्म है। दूसरों के लिए जीने वाला व्यक्ति ही सही मायने में महान व्यक्तित्व कहा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Jan 2019 03:30 PM (IST)Updated: Thu, 17 Jan 2019 03:30 PM (IST)
जीवन के अनुभव से प्राप्त होता है व्यावहारिक ज्ञान
जीवन के अनुभव से प्राप्त होता है व्यावहारिक ज्ञान

संवाद सहयोगी, तलवाड़ा : व्यावहारिक ज्ञान जीवन के अनुभवों से प्राप्त होता है। इसके लिए ज्ञान भावना, जीवन शैली की शिक्षा के लिए प्रयोग आवश्यक है। प्रयोग आधारित शिक्षा ही वास्तविक शिक्षा है। यह बात राष्ट्रीय सेवा योजना के यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के उद्घाटन पर ¨प्रसिपल देश राज शर्मा ने व्यक्त किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संगठन मंत्री विद्या भारती उत्तर क्षेत्र के जयदेव ने कहा कि सेवा धर्म ही परम धर्म है। दूसरों के लिए जीने वाला व्यक्ति ही सही मायने में महान व्यक्तित्व कहलाता है। युवा सेवाएं भारत सरकार के सहायक निदेशक आइएस धामी के दिशानिर्देश में एसडी सर्वहितकारी विद्या मंदिर तलवाड़ा में स्वामी विवेकानंद जयंती पर यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम का आयोजन किया गया। स्वामी विवेकानंद जयंती को समर्पित साप्ताहिक कार्यक्रम दौरान जम्मू कश्मीर उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र के दक्ष, दिशा व दृष्टि छात्रावास से 83 छात्रों को विद्यालय में आमत्रित कर तीन दिन स्कूल के एनएसएस वालंटियरों के परिवारों में निवास किया। अपने घर से दूर रहकर बच्चों ने पारिवारिक भाव में रहते हुए मां-बाप का प्यार, सत्कार व एकात्मकता का भाव जागृत किया तथा एक दूसरे के साथ भौगोलिक जानकारियां, संस्कृति पहरावा, रीति-रिवाज, स्थानीय ज्ञान भाषाओं का आदान-प्रदान किया। विद्यालय में सीखने-सीखाने की कलाओं को जानने के लिए विद्यार्थियों ने विद्यालय का अवलोकन करते हुए स्कूल के विभिन्न क्रियाकलापों जैसे ¨टकर-लैब, लाइब्रेरी, केमिस्ट्री लैब, फिजिक्स लैब, बायो-लैब, सोशल साइंस लैब, शू¨टग रेंज, रामानुजम गणित पार्क को देखा तथा विभिन्न खेलों से अपना मनोरंजन किया तथा कक्षाओं में दोनों प्रांतों के छात्रों ने एक दूसरे से ज्ञान का आदान-प्रदान किया। इसी अवसर पर माघी त्योहार का आयोजन बड़ी धूमधाम से हुआ। जिसमें जिन परिवारों में 83 छात्रों ने निवास किया था कि परिवार यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम दौरान रात्रि भोज कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में नाच गाना, अंताक्षरी तथा अभिभावकों, विद्यार्थियों के सुनाए अनुभवों ने कार्यक्रम को ओर भी संवेदनशील ओर भावात्मक बना दिया। समरोह के मुख्यातिथि एडिशनल सुपरिटेंडेट इंजीनियर रमेश चौधरी अपनी धर्म पत्नी संग पूरा समय बच्चों के साथ भागीदार बने रहे। इस अवसर पर इंजीनियर चौधरी ने कहा कि सर्वहितकारी के बच्चे सचमुच दूसरों के लिए मिसाल है। इस दौरान अभिभावकों में आशा रानी ने बताया कि यह सभी बच्चे अपने आप में योग्य हैं तथा इने देख कर लगता है कि यह सभी नई ऊंचाइयों को छुएंगे। अन्य अभिभावकों में श्रीलाल चंद, न¨रदर ¨सह तथा रीतू रानी ने भी अपने अपने अनुभवों को सभी के समक्ष पेश किया। कार्यक्रम में जम्मू कश्मीर छात्रावास प्रमुख पंपपोश भी उपस्थित रहे। समारोह में विद्यार्थियों से बातचीत करते हुए शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास जम्मू-कश्मीर प्रांत के संयोजक अरुण ने कहा कि यह विद्यालय के बच्चों द्वारा किया गया प्रभावशाली प्रयोग है। इससे बच्चों के बीच की यहां दूरियां समाप्त होंगी वहीं समरसता भाव, मिलकर कार्य करने की प्रवृति का विकास भी होगा।

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