कृषि सुधार कानून रद करवाकर ही लौटेंगे किसान : रणजीत सिंह
केंद्र सरकार की तरफ से लाए गए तीन कृषि सुधार कानूनों को रद करवाने के लिए पंजाब की 31 अलग-अलग किसान संगठनों की तरफ से शुरू संघर्ष तीव्र रूप धारण कर रहा है।
संवाद सहयोगी, होशियारपुर : केंद्र सरकार की तरफ से लाए गए तीन कृषि सुधार कानूनों को रद करवाने के लिए पंजाब की 31 अलग-अलग किसान संगठनों की तरफ से शुरू संघर्ष तीव्र रूप धारण कर रहा है। मिनी सचिवालय के पास स्थित निजी कंपनी के बाहर जमहुरी किसान सभा पंजाब और कुल हिद किसान सभा का धरना मंगलवार को 69वें दिन में प्रवेश कर गया। इसमें विशेष रूप से शामिल हुए एडवोकेट रणजीत सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से बंद कमरे में पास किए गए काले कानून अब उसके ही गले की फांस बन गए हैं। अब किसान पूरी तरह से जान चुका है कि केंद्र सरकार देश की खेती कारपोरेट घरानों के हाथों में देकर देश को खोखला करने का प्रयास कर रही है। इस साजिश को किसी भी कीमत पर पूरा नही होने दिया जाएगा। पिछले 50 दिन से कड़कती सर्दी में दिल्ली में कानूनों को रद कराने के लिए पंजाब के 31 किसान संगठन रात दिन सड़कों पर दिन रात बिता रहे हैं।
उन्होंने बताया कि 26 जनवरी को दिल्ली की सड़कों पर निकाली जा रही ट्रैक्टर रैली केंद्र सरकार को और चिंतित कर देगी। इसे असफल बनाने के लिए केंद्र सरकार के कुछ वजीर लगातार कोशिश कर रहे हैं, मगर किसान संगठन किसी भी कीमत पर पीछे हटने को तैयार नहीं है। इस अवसर पर गुरमेश सिंह, गुरनाम सिंह सिगड़ीवाला, ध्यान सिंह बूथगढ़, कमलजीत सिंह, रणजीत सिंह, दलजीत राए, मलकीत सिंह, जगदीश सिंह, धनपत, राम लुबाया, तेज राम, अमरीक सिंह, बलराज सिंह, हरभजन सिंह, रमेश कुमार, हरिदर सिंह, बलविदर सिंह गिल, राकेश कुमार, सुखदेव सिंह मौजूद थे।