पार्षद बिट्टू बोले-कई बार दे चुका हूं निगम अधिकारियों को शिकायत
फगवाड़ा रोड पर मोहल्ला कमालपुर में बचन ढाबा के समीप गली के निवासी सीवरेज की टूटी पाइप के कारण फैली गंदगी से परेशानी के आलम से गुजर रहे हैं। पार्षद व नगर निगम से गुहार लगाए जाने के बावजूद कोई हल नहीं निकाला जा रहा है। जिसके चलते जहां गली में रहते परिवारों का गली से आना-जाना मुश्किल बना हुआ है।
जेएनएन, होशियारपुर : मोहल्ला कमालपुर के लोग सीवरेज की समस्या से परेशान हैं। मोहल्ला कमालपुर में बचन ढाबा के समीप गली के निवासी सीवरेज की टूटी पाइप के कारण गंदगी फैल चुकी है पर निगम के अधिकारियों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। यही नहीं पार्षद भी परेशानी से गुजर रहे हैं क्योंकि उनके बार-बार कहने पर भी कोई हल नहीं निकल रहा है। करीब तीन दिन पहले गड्ढा तो खोद दिया गया, मगर पाइप ठीक करने की जहमत नहीं उठाई गई। जिस कारण समस्या और भी विकराल रूप धारण कर गई है।
मोहल्ले के लोगों व आसपास के दुकानदारों पवन, म¨हदर ¨सह, सु¨रदर पाल, विक्कू, नीतेश, विनोद, विष्णु, गगन आदि ने बताया कि इस स्थान पर सीवरेज की पाइप धंस चुकी है तथा इसके कारण इसे ठीक करने के बावजूद समस्या बरकरार है। पाइप बदली जानी बेहद जरूरी है। इस दौरान म¨हदर ¨सह ने बताया कि गत दिवस उनके घर में किसी का निधन हो गया था तथा जब पाठ रखा गया तो महाराज जी की बीड़ को गंदे पानी से होते हुए घर तक ले जाया जा सका। उन्होंने बताया कि हाल ही में उनके मोहल्ले में सबसे अधिक डायरिया के मरीज पाए गए थे तथा अगर सीवरेज का पाइप ठीक न किया गया तो उनकी गली व आसपास के लोग भी किसी भयंकर बीमारी की चपेट में आ सकते हैं। पार्षद सुरेश भाटिया बिट्टू ने कहा कि निगम अधिकारियों को बार-बार समस्या के संबंध में सूचित किया गया है। मगर समस्या का कोई हल नहीं हुआ। कर्मियों ने तीन दिन पहले खोदा था गड्ढा
उन्होंने कहा कि तीन दिन पहले निगम कर्मी इसे ठीक करने के लिए गड्ढा खोद गए थे, मगर बाद में आज-तक नहीं आए। गड्ढे के कारण रात के समय हादसे की आशंका बनी है। वहीं इसमें गिरकर कोई भी चोटिल हो सकता है। डीसी से समस्या के हल की मांग
उन्होंने जिलाधीश ईशा कालिया एवं निगम कमिश्नर से अपील की कि उनके गली के समक्ष सीवरेज की टूटी पाइप को जल्द से जल्द ठीक करवाया जाए ताकि लोग किसी हादसे व बीमारी का शिकार न हों। इस संबंधी बात करने पर पार्षद सुरेश भाटिया बिट्टू ने कहा कि उन्होंने इस संबंधी निगम सहायक कमिश्नर को बताया है तथा इस कार्य संबंधी फाइल उनके पास पड़ी है। अब यह उन पर निर्भर करता है कि वे जनता की समस्या को हल करने के लिए कितनी तीव्रता से कार्य करते हैं।