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किसान बोले: नहीं जलाएंगे पराली

परा8ी के साथ साड़न सम्बन्धित'पंजाबी जागरण'ग्रुप की तरफ से चलाई मुहिम के अंतर्गत सोमवार गाँव जहूरा में किसान प्रशिक्षण कैंप दौरान माहिरों ने किसानों को परा8ी न साड़न का संदेश दिया। इस मौके माहिरों ने'पंजाबी जागरण'के उद्यमों का हवाला देते हुए इस सामाजिक सरोकार को निभाने के लिए समाज सेवीं संगठनों, पंचायतों और धार्मिक संस्थायों को भी आगे आकर वातावरण को बचाने की अलख जगाने की प्रेरणा दी।

By JagranEdited By: Published: Mon, 22 Oct 2018 11:42 PM (IST)Updated: Mon, 22 Oct 2018 11:42 PM (IST)
किसान बोले: नहीं जलाएंगे पराली
किसान बोले: नहीं जलाएंगे पराली

संवाद सहयोगी, टांडा उड़मुड़ : पराली न जलाने संबंधी दैनिक जागरण ग्रुप द्वारा चलाई जा रही मुहिम के अंतर्गत सोमवार को टांडा के गांव जहूरा में किसान प्रशिक्षण कैंप दौरान माहिरों ने किसानों को पराली न जलाने की अपील की। इस मौके माहिरों ने 'दैनिक जागरण'के प्रयासों का हवाला देते हुए इस सामाजिक सरोकार को निभाने के लिए समाज सेवीं संगठनों, पंचायतों और धार्मिक संस्थाओं को भी आगे आकर वातावरण को बचाने की अलख जगाने की प्रेरणा दी। सतनाम ¨सह कृषि अफसर टांडा की योग्य नेतृत्व में गांव की सहकारी सभा में लगे किसान प्रशिक्षण कैंप में डॉ. गुरमीत ¨सह, यूथ कांग्रेस के हलका उड़मुड़ प्रधान गोल्डी कल्याणपुर ने गांवों में धान की पराली को आग न लगाने की प्रेरणा देते बताया कि इसके साथ जहां प्रदूषण होता है जमीन के मित्र कीड़े मरते हुए हैं वहीं धरती की उपजाऊ शक्ति घटती है। डॉ. गुरमीत ¨सह ने धान की पराली खेत में संभालने वाले अलग-अलग यंत्र और उनकी उपलब्धता बारे जानकारी दी गई। ब्लाक कृषि अफसर डॉ. सतनाम ¨सह ने बताया कि इस मुहिम के अंतर्गत कृषि विभाग की तरफ से अलग-अलग गांवों में सेमिनार लगाए गए हैं और वातावरण की शुद्धता और बचाव की सोच रखने वाले किसान इस मुहिम में आगे भी आए हैं। उन बताया कि मुहिम कारण इस वर्ष पराली को आग लाने का प्रचलन घटा है और लगातार जागरुकता के संचार होने साथ इस के ओर भी बढि़या नतीजे आएंगे। इस मौके दिलबाग ¨सह, धर्म चंद, सेवा ¨सह, जगदीश लाल, ज्ञान चंद, निशान ¨सह, जगतार ¨सह, अवतार ¨सह, अश्वनी आदि किसान मौजूद थे।

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दैनिक जागरण के प्रयास की सराहना

यूथ कांग्रेस के हलका उड़मुड़ प्रधान गोल्डी कल्याणपुर ने कृषि विभाग और 'दैनिक जागरण' द्वारा पराली को आग न लाने के लिए शुरु जागरूकता मुहिम की प्रशंसा करते कहा कि पराली के निपटारे के लिए चाहे अजय मशीनरी की कमी है फिर भी लोग आने वाली पीढ़ीयों के बचाव के लिए पराली को खेत में निपटारे के लिए उद्यम कर रहे हैं। विशेष पैकेज की मांग

उन्होंने बताया कि सहकारी सोसायटियों और सोसायटियों बनाकर किसान सरकार की तरफ से सब्सिडी और मिलने वाली मशीनरी हासिल करके सांझे रूप में उपयोग में ला सकते हैं। उन इस मौके केंद्र सरकार को इस समस्या के हल के लिए पंजाब के किसानों के लिए विशेष राशि का पैकेज देने की मांग भी की।


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