व्यवस्था पर फिरा पानी, आफत बनीं बारिश, 22 घर गिरे, निचले इलाके जलमग्न
तीन दिन से लगातार हो रही बारिश के पानी से सरकारी व्यवस्था पानी-पानी हो गई। निचले इलाकों में पानी निकासी के उचित प्रबंध न होने से बरसाती पानी जमा हो गया है। इलाका जलमग्न होने से जनजीवन अस्तव्यस्त हो उठा है। बेलगाम बारिश ने घरों पर भी कहर बरपाना शुरु कर दिया है। सोमवार को बारिश की मार से जिले में 22 के करीब घर गिर गए। हालांकि जानमाल का नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन लोगों के लिए बारिश आफत बन गई है। सुंदर नगर इलाके में एक घर गिर गया। हादसे के वक्त घर में कोई मौजूद नहीं था। उधर, बाद दोपहर कच्चा टोबा में एक पुराना गिर गया। इससे पिछले काफी समय से वहां पर किराए के मकान पर रहा सु¨रदर पाल जख्मी हो गया। घर गिरने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। फायरबिग्रेड को सूचित किया गया। बड़ी मशक्कत के बाद घायल सु¨रदर पाल को मलबे से बाहर निकाला और उसे सिविल अस्पताल पहुंचाया। सु¨रदर पाल की हालत गंभीर बनीं हुई है।
जागरण संवाददाता, होशियारपुर
तीन दिन से लगातार हो रही बारिश के पानी से सरकारी व्यवस्था पानी-पानी हो गई। निचले इलाकों में पानी निकासी के उचित प्रबंध न होने से बरसाती पानी जमा हो गया है। इलाके जलमग्न होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो उठा है। बेलगाम बारिश ने घरों पर भी कहर बरपाना शुरू कर दिया है। सोमवार को बारिश की मार से जिले में लगभग 22 घर गिर गए। हालांकि जानमाल का नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन लोगों के लिए बारिश आफत बन गई है।
वहीं सुंदर नगर इलाके में एक घर गिर गया। हादसे के वक्त घर में कोई मौजूद नहीं था। उधर, बाद दोपहर कच्चा टोबा में एक पुराना गिर गया। इससे वहां किराये पर रह रहा सु¨रदर पाल जख्मी हो गया। घर गिरने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। फायर ब्रिगेड को सूचित किया गया। बड़ी मशक्कत के बाद घायल सु¨रदर पाल को मलबे से बाहर निकाला गया और उसे सिविल अस्पताल पहुंचाया। सु¨रदर पाल की हालत गंभीर बनीं हुई है।
--------------
ललवान में 20 घर गिरे, पीड़ितों ने धर्मशाला में शरण ली
-सरपंच द्वारा डिप्टी कमिश्नर को जानकारी देने के बावजूद कोई अधिकारी सहायता के लिए नहीं पुहंचा
संवाद सहयोगी, माहिलपुर
पिछले तीन दिन से लगातार हो रही बारिश के चलते इलाके में चारों ओर पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। इसके तहत हलका चब्बेवाल के अंतर्गत गांव ललवान में रविवार रात करीब 20 घर बारिश के कारण ढह गए । इसके बाद ग्रामीणों ने प्रभावित लोगों को गांव की धर्मशाला में स्थान दिया। वहीं उन्हें मलाल है कि उनका हाल जानने के लिए कोई प्रशासनिक अधिकारी नहीं आया है।
इस बारे में धर्मशाला में तरसेम लाल, पाल, लाला, रामलुभाया, कुलदीप चंद, सुनीता, सरबजीत कौर, कमलजीत ¨सह, दया राम, कमलजीत, शंकर दास, ज्ञान चंद, दलबीर ¨सह, यशपाल, गुरमेल, धर्मी, आशा रानी, सतवंत राय, बिशन दास ने गांव के सरपंच गुरदेव चंद भाटिया और अमरजीत ¨भदा के सामने बताया कि जब से उनके घर गिरे हैं तबसे कोई सरकारी अधिकारी उनकी खबर लेने नहीं आया है। भारी बारिश के चलते अब तक गांव में 20 घर गिर चुके हैं। बारिश थम नही रहीं है। आशंका है कि और भी घर गिरेंगे। अब उन्हें रहने के साथ-साथ खाने के भी लाले पड़े हुए हैं।
वहीं बाद में गांव के सरपंच ने उनके रहने व खाने के लिए इंतजाम गॉव की धर्मशाला में किया है, वही सरपंच का कहना है कि उन्होंने डीसी से बात की थी। इसके बाद एसडीएम साहिब ने जानकारी हासिल की। मगर, कोई पुख्ता प्रबंध या सहायता करने का कोई आश्वासन नहीं दिया। इस अवसर पर धर्मशाला में जसपाल ¨सह पंच, परदीप कुमार आदि भी उपस्थित थे।