बजरंगदल ¨हदुस्तान का आमरण अनशन का दूसरे दिन में प्रवेश
पर्चा रद्द कराने के लिए बजरंग दल ¨हदुस्तान के कार्यकर्ता दूसरे दिन भी आमरण अनशन पर बैठे। इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव मंजीत ¨सह माहिलपुरी ने कहा कि बजरंगदल हिन्दुस्तान के कार्यकर्ता पर्चा रद्द होने तक आमरण अनशन पर बैठे रहेंगे।
संवाद सहयोगी, होशियारपुर : पर्चा रद्द कराने के लिए बजरंग दल ¨हदुस्तान के कार्यकर्ता दूसरे दिन भी आमरण अनशन पर बैठे। इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव मंजीत ¨सह माहिलपुरी ने कहा कि बजरंगदल हिन्दुस्तान के कार्यकर्ता पर्चा रद्द होने तक आमरण अनशन पर बैठे रहेंगे।
माहिलपुरी ने बताया कि जब तक मामला रद्द नही हो जाता तब तक अमरण अनशनयों द्वारा शुरु किया आमरण अनशन मंगलवार को दुसरे दिन में प्रवेश कर गया। चग्गरां के मुख्य चौक पर विरोध प्रदर्शन करने के बाद गांव चग्गरां के बाबा भरथरी मंदिर में शुरु किया आमरण अनशन पर बैठ गए। कार्यकर्ताओं में रोष का कारण उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष और उसकी पत्नी पर मामला दर्ज होना है। सभी कार्यकर्ता विशाल रैली के रुप में गांव चग्गरां के बाबा भरथरी मंदिर पहुंचे यहां पर बजरंगदल हिन्दूस्तान के राष्ट्रीय प्रधान जेके चग्गरां ने बताया कि पंजाब के झूठे प्रशासन और पंजाब पुलिस की गलत कार्यशैली के चलते थाना मॉडल टाऊन में उनके और उनकी पत्नी नीलम कुमारी के खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया गया है जो सरासर धक्केशाही है। पुलिस की इस धक्केशाही की नीति के खिलाफ वह अमरण अनशन पर बैठे हैं जिसमें उनके साथ उनकी पत्नी भी हैं। इस अवसर पर नीलम कुमारी ने बताया कि पुलिस प्रशासन प्रत्येक माह उसके पति जेके चग्गरां के खिलाफ कोई न कोई झूठा मामला दर्ज कर लेती है और फिर कुछ भी हासिल नहीं होने पर खुद ही मामला खत्म कर देती है। मगर इस बार तो पुलिस ने हद ही कर दी उनके पति के साथ उन्होंने धक्के से उन पर भी पर्चा दर्ज कर दिया। नीलम कुमारी ने बताया कि पुलिस प्रशासन उसके पति और उसके परिवार को बिना बजह परेशान कर रहा है जिससे उसके परिवार का जीना भी मुश्किल हो गया है। वह इंसाफ के लिए पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारियों से मिल चुकी हैं मगर किसी ने भी उसे इंसाफ नहीं दिलाया है। नीलम कुमारी ने कहा कि उसका पुलिस प्रशासन और इस दुनियावी अदालत से मन भर गया है। वह परमात्मा की शरण में आ गई है और उसे पूर्ण विश्वास है कि उसे भगवान के घर से इंसाफ जरुर मिलेगा। इस अवसर पर उनके साथ दीपक संगर, रणयोद्ध राणा, सु¨रदर ¨सह, सुखविन्द्र ¨सह, अमरदीप, अजय कुमार, रमन कुमार व अन्य बजरंगी शामिल थे।