नारकीय जीवन से परेशान नीलकंठ मोहल्ला वासियों ने मंत्री अरोड़ा के खिलाफ नारेबाजी की
लंबे समय से नारकीय जिदगी जी रहे मोहल्ला नीलकंठ के लोगों का गुस्सा आखिरकार कैबिनेट मंत्री के खिलाफ फूट गया।
जासं, होशियारपुर :
लंबे समय से नारकीय जिदगी जी रहे मोहल्ला नीलकंठ के लोगों का गुस्सा आखिरकार कैबिनेट मंत्री के खिलाफ फूट गया। इससे पहले समस्या को लेकर कर्मवीर बाली के नेतृत्व में मोहल्ला वासी नगर निगम पहुंच गए और निगम अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। जिस पर निगम अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि वह मौके पर जाकर सर्वे करेगें और जो भी समस्या होगी उसे प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाएगा परंतु यह आश्वासन तक ही सीमित रहा। लोगों का आरोप था कि 20 साल से बद से बदतर हालातों में जिदगी जा रहे हैं। बरसात के दिन में तो इलाका नरक से भी बुरा हो जाता है और निगम के अधिकारी अभी यही नहीं जानते कि इलाके के हालात कैसे हैं। बड़ा अफसोस है कि अधिकारियों को यही नहीं पता कि उनके अधिकार क्षेत्र में लोगों कैसा जीवन व्यतीत कर रहे हैं। इसके बाद मोहल्ला वासी कर्मवीर बाली के नेतृत्व में कैबिनेट मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा के घर का घेराव करने के लिए निकल पड़े। इस फैसले से पुलिस सकते में आ गई। आनन फानन में पुलिस ने सेशन चौक के आगे पहुंच कर मंत्री अरोड़ा के घर को जाते रास्ते को ब्लॉक कर दिया। पुलिस ने कर्मवीर बाली व मोहल्ला वासियों को मंत्री अरोड़ा के घर से कुछ ही दूरी पर रोक दिया। इस दौरान लोगों ने कैबिनेट मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की व आरोप लगाया कि उन्हें झूठे वादे करके वोटें लेकर ठगा है। मौके पर मौजूद रघुवीर सिंह बेदी, नीरज शर्मा, कृपाल सिंह, कुलदीप सिंह, विनय कुमार, प्रकाश कौर, सूबेदार पाल चंद्र, प्रवीण बाली, बलवीर कौर, कौशल्या देवी, उर्मिला देवी, सतीश कुमार, शोभा रानी, वासुदेव, संजना, कुलविंदर कुमार, जोगिदर सिंह व बख्शी राम ने बताया कि जब चुनाव थे तो अरोड़ा उनके इलाके में आए थे और भरोसा दिया था कि यदि चुनाव जीतते हैं तो प्राथमिकता के आधार पर विकास किया जाएगा। यह इस चुनाव की बात नहीं है बल्कि यह भरोसे का आश्वासन पिछले चुनाव में भी दिया था। अढ़ाई साल निकले गए, अब तो विधायक अरोड़ा कैबिनेट मंत्री हैं और इस बार भी कोई काम नहीं हुआ। यह सरासर धक्का है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मंत्री के चंडीगढ़ में होने पर लौटे लोग
काफी समय तक नारेबाजी करने बाद लोग सिटी थाना के प्रभारी गोबिदर कुमार के शांत करने के बाद लौट गए। वैसे भी लोगों की इस बात की भनक लग चुकी थी कि कैबिनेट मंत्री अरोड़ा चंडीगढ़ अपने कार्यालय में हैं।
न गली न नाली न ही सीवरेज
लोगों ने बताया कि मोहल्ला होशियारपुर-टांडा रोड पर है। होशियारपुर-टांडा रोड एक प्रमुख मार्ग है। यहां पर मोहल्ला होने के बावजूद भी इसकी दशा देखकर ऐसा लगता है जैसे यह किसी जंगल में बसा हो। न कोई गली है, न नाली है और न ही सीवरेज। महिलाओं ने बताया कि आज भी मोहल्ले की बहु बेटियां खुले में शौच करने के लिए मजबूर हैं जबकि केंद्र सरकार कहती है कि हर घर में शौचालय होना चाहिए। परंतु यहां पर सारी योजनाएं धरी की धरी रह जाती हैं। कई बार आवाज उठाई पर अभी तक कोई हल नहीं हुआ। कोई सुनने वाला ही नहीं है।
धोखा मिलने पर कांग्रेस को छोड़ा : कर्मवीर
लोगों का नेतृत्व कर रहे पूर्व पार्षद कर्मवीर बाली ने बताया कि वह शुरू से ही कांग्रेस के साथ थे। अरोड़ा को कामयाब करने के लिए दिन रात एक किया। एक बार नहीं, विधायक अरोड़ा दूसरी बार चुनाव जीते। लोगों ने उनके कहने पर वोट भी डाले। उन्हें विश्वास था कि चुनाव जीतने के बाद विधायक अरोड़ा विकास करवाएंगे। जब भी उनके द्वार पर लोगों की समस्या को लेकर पहुंचे तो सुनवाई नहीं होती। मन दुखी हुआ पर आस नहीं छोड़ी। क्योंकि लोगों ने उनके कहने पर वोट कांग्रेस को डाले थे इसलिए लोग अब सवाल पूछते हैं। क्या बताए, हमारी ही सुनवाई नहीं हो रही। इससे आहत होकर कांग्रेस छोड़ दी। बाली ने चेतावनी दी कि यदि कैबिनेट मंत्री अरोड़ा ने सुनवाई नहीं की तो उनका हर मंच पर काले झंडों के साथ विरोध होगा।