एचडीएफसी के खाताधारकों ने नहीं खोलने दिया बैंक
बाड़िया कलां में स्थित एचडीएफसी बैंक की शाखा में कार्य करते कर्मचारियों पर इलाके के लोगों ने बिना मंजूरी के विभिन्न स्कीमों में बैंक में जमा पैसा लगाने व खातों से धोखे से पैसे काटने का आरोप लगाते हुए बैंक नहीं खोलने दिया। सुबह होते ही लगभग दो दर्जन से अधिक खाताधारकों ने बैंक खुलने से पहले ही गेट के समक्ष बैठकर प्रदर्शन किया और कर्मचारियों को बैंक के ताले खोलने नहीं दिए।
संवाद सहयोगी, माहिलपुर : बाड़िया कलां में स्थित एचडीएफसी बैंक की शाखा में कार्य करते कर्मचारियों पर इलाके के लोगों ने बिना मंजूरी के विभिन्न स्कीमों में बैंक में जमा पैसा लगाने व खातों से धोखे से पैसे काटने का आरोप लगाते हुए बैंक नहीं खोलने दिया। सुबह होते ही लगभग दो दर्जन से अधिक खाताधारकों ने बैंक खुलने से पहले ही गेट के समक्ष बैठकर प्रदर्शन किया और कर्मचारियों को बैंक के ताले खोलने नहीं दिए।
धरने पर बैठे हरप्रीत ¨सह कम्मोवाल, सज्जन ¨सह पंच, राजदीप ¨सह, सुधीर अग्निहोत्री, अशोक कुमार अग्निहोत्री, म¨नदर ¨सह सुभानपुर, हरप्रीत ¨सह, गुरमीत ¨सह, सतनाम ¨सह, अमनदीप ¨सह, संतोख ¨सह, रामस्वरूप बसपा, ओंकार ¨सह व अमरीक ¨सह ने बताया कि उनके खाते इस बैंक में हैं।मैनेजर अजय कुमार व कैशियर मुनीश कुमार ने धोखे से खाताधारकों से पहले हस्ताक्षर करवाकर जमा पैसों को अपने मन मुताबिक स्कीमों में निवेश कर दिए जिसमें इन्हें बैंक से लाभ मिलता है। इसकी जानकारी तब मिली है जब वह जरूरत के लिए बैंक में जमा पैसे निकलवाने के लिए गए।
हरप्रीत ¨सह ने बताया कि उन्होंने साइप्रस में पढ़ाई कर रही बहन ज¨तदर कौर को इस बैंक से डेढ़ लाख 19 सितंबर को भेजे थे। कैशियर मुनीश कुमार ने खुद फार्म भरकर पैसे भेजने में मदद की थी। ज¨तदर कौर को पैसे प्राप्त न होने की जानकारी दिसंबर महीने में बैंक कर्मचारियों को दी थी। उस समय इन्होंने पैसे जल्द मिलने का आश्वासन देकर घर भेज दिया। पांच महीनों से बैंक का चक्कर लगा रहा हूं पर हर समय बहाने बनाकर वापस भेज दिया जाता है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है किकर्मचारियों के विरुद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया जाए।
नहीं मानी पुलिस की बात, कार्रवाई की उठी मांग
प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही थाना चब्बेवाल के पुलिस अधिकारियों ने लोगों को मनाने की काफी कोशिश की पर प्रदर्शनकारी मांग पर अड़े हुए थे कि उन्हें उनके पैसे वापस दिलाए जाए व दोषी कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए।
बैंक कर्मियों की कोई गलती नहीं
इस संबंध में बैंक शाखा मैनेजर अजय कुमार ने कहा कि हरप्रीत ¨सह ने खुद फार्म भरकर पैसे भेजे थे। इसमें बैंक कर्मचारियों की कोई गलती नहीं है। वह हरप्रीत ¨सह के पैसों को वापस दिलाने की कोशिश कर रहे हैं।