खतरे के निशान के करीब पहुंचा पौंग डैम का जलस्तर
शनिवार से हिमचाल प्रदेश में पड़ रही भीषण बारिश की वजह से आम जीवन अस्त वस्त हो गया है। जिसके चलते पौंग डैम की महाराणा प्रताप सागर झील का जलस्तर काफी तेजी से बढ़ रहा है। जानकरी के मुताबिक मंगलवार को शाम तीन बजे पानी का जलस्तर 1377. 72 फीट था। जिस में पचास हजार क्यूसिक फीट पानी झील में आ रहा था और दस हजार क्यूसिक फीट पानी टरबाईन चलाने के लिए छोड़ा जा रहा है। वहीं पिछले साल आज के दिन पौंग डैम का जलस्तर 1356.35 फीट था जो की पिछले वर्ष के मुकाबले 21 फीट अधिक है पर अभी खतरे के निशान से 12 फीट कम है। वहीं इतहात के तौर पर प्रशासन की तरफ से अगर पौंग डैम के गेट खोलने पड़ते है। व्यास दरिया के समीप बसे गांव चक मीरपुर चंगडवा सथवा आदमपुर मोतिया में पुख्ता प्रबंध करने के निर्दे
संवाद सहयोगी, तलवाड़ा : हिमाचल प्रदेश में हो रही भारी बारिश की वजह से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जिसके चलते पौंग डैम की महाराणा प्रताप सागर झील का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। जानकारी के मुताबिक मंगलवार को तीन बजे पानी का जलस्तर 1377. 72 फीट था। जिसमें पचास हजार क्यूसिक फीट पानी झील में आ रहा था और दस हजार क्यूसिक फीट पानी टरबाइन चलाने के लिए छोड़ा जा रहा है। वहीं पिछले साल 20 अगस्त को पौंग डैम का जलस्तर 1356.35 फीट था, जोकि पिछले वर्ष के मुकाबले 21 फीट अधिक है, पर अभी खतरे के निशान से 12 फीट कम है। वहीं, एहतियात के तौर पर प्रशासन की तरफ से अगर पौंग डैम के गेट खोलने पड़ते हैं, तो व्यास दरिया के समीप बसे गांव चक मीरपुर, चंगडवा, सथवा, आदमपुर मोतिया में पुख्ता प्रबंध करने के निर्देश जारी किए हैं। गौरतलब है की पानी का जलस्तर 1390 फीट तक पहुंच जाता है, तो हाई अलर्ट के चलते पौंग डैम के फ्लड गेट खोल दिए जाते हैं। गौरतलब है की पिछले साल हिमाचल प्रदेश में पड़ी भारी बरसात की वजह से पौंग डैम का जल स्तर 1392 फीट तक पहुंच गया था। जिसके चलते बीबीएमबी प्रशासन की तरफ से रेड अलर्ट जारी करके डैम के फ्लड गेट खोलने का निर्णय लिया था। कुछ समय बाद डैम के कैचमेंट एरिया में बारिश कम होने के कारण डैम के गेट नहीं खोले गए थे। वहीं, 1978 में पौंग डैम झील में पानी पानी का स्तर 1405 फीट और 1988 में पानी का स्तर 1404 फीट तक पहुंच जाने के कारण डैम के फ्लड गेट खोलने पड़े थे।