पौंग बांध में घटा 22 फुट पानी का स्तर
सरोज बाला, दातारपुर ब्यास नदी पर मिट्टी की दीवार से बने एशिया के सबसे बड़े बांध पौंग बांध मे
सरोज बाला, दातारपुर
ब्यास नदी पर मिट्टी की दीवार से बने एशिया के सबसे बड़े बांध पौंग बांध में 20 जून से जलभराव सीजन शुरू होकर 20 सितंबर को समाप्त हो गया था। बांध के जल ग्रहण क्षेत्र में मानसून की हुई बारिश से झील में पानी का स्तर शुरुआत में तो बहुत तेजी से बढ़ा, पर अगस्त के आखिर में इसमें भारी गिरावट दर्ज हुई और वांछित जलस्तर 1390 फुट का आंकड़ा दूर की कौड़ी बन गया। यह सिर्फ 1383 फुट का आंकड़ा ही छू पाया। विगत दो माह से बारिश न होने के कारण बांध में पानी का स्तर घटने का सिलसिला जारी है और अब यह लगभग 22 फुट घट चुका है। वीरवार सुबह 6 बजे बांध की महाराणा प्रताप सागर झील में 1361.81 फुट जलस्तर रिकार्ड किया गया। इस दौरान 1641 क्यूसिक पानी की बांध में आमद हो रही थी और 8210 क्यूसिक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा था।
ज्ञात रहे की पौंग बांध की डेड स्टोरेज क्षमता 1265 फुट है और आज बांध में पानी का स्तर बांध के फ्लड गेटों के स्तर 1365 फुट से भी तीन फुट नीचे हो गया है।
गौर हो कि पौंग बांध से डिस्चार्ज के बाद पानी शाह नहर बैराज में आ रहा है। और फिर उसमें से पानी मुकेरियां हाईडल नहर में छोड़ा जा रहा है। जहां चार पावर हाउस में 207 मेगावाट बिजली उत्पादन हो रहा है। पौंग बांध में कुल 6 टरबाइन हैं जो 66 मेगावाट की दर से कुल 396 मेगावाट बिजली उत्पादन करके राष्ट्र निर्माण में अपना बहुमूल्य योगदान दे रही हैं।