माइग्रेटरी पक्षियों से गुलजार होने लगी पौंग झील
सरोज बाला, दातारपुर सर्दी का मौसम शुरू होते ही ब्यास नदी पर बने पौंग बांध की महाराणा प्रत
सरोज बाला, दातारपुर
सर्दी का मौसम शुरू होते ही ब्यास नदी पर बने पौंग बांध की महाराणा प्रताप सागर झील में माइग्रेटरी पक्षियों की आमद होने लगी है। यह पक्षी यहां मध्य मार्च तक प्रवास करेंगे और फिर वतन वापसी करेंगे। 300 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में बनी इस झील में हर साल लगभग 140 प्रजातियों के लाखों पक्षी यहां आते हैं।
इस समय तक यहां लगभग 20 हजार पक्षी अपना आशियाना बना चुके हैं। ये मेहमान तिब्बत, रूस, चीन, साइबेरिया तथा मध्य एशिया से भारी हिमपात होने के बाद लंबी परवाज के बाद यहां पहुंचते हैं।
इनमें बार हैडड गीज सबसे अधिक आते हैं। इनके अलावा कामन कूट, कामन पोचर्ड, डक, सारस, कॉमन टील रूडी शेल्देक, करमोरेंट आदि प्रमुख हैं।
छह माह तक यह मेहमान यहां झील को अपनी मनोरम चहचहाअट से इलाके को गुलजार करेंगे। अलबत्ता पिछले दिनों बर्ड फ्लू की आहट से यहां पर इन मेहमानों के कारण परेशानी हुई थी। पर यहां भरे गए पक्षियों की बीट और खून के सैंपल में कोई भी सैंपल पाजिटिव नहीं पाया जाने से राहत मिली थी।
वन्य जीव सुरक्षा अधिकारी सेवा ¨सह के मुताबिक यह पक्षी हर रोज यहां आ रहे हैं और मध्य मार्च तक यहां रहेंगे। इनकी सेहत और अवैध शिकार पर पूरी निगरानी रखी जाएगी। डीएफओ नितिन पटियाल ने बताया कि 53 पक्षियों के सैंपल लिए गए थे पर कोई भी पक्षी बर्ड फ्लू से पीड़ित नहीं पाया गया, जो शुभ संकेत है। उन्होंने कहा कि जनवरी में इनकी पूरी गिनती भी की जाएगी।