Amritpal Singh: अमृतपाल के मामले में हिरासत में लिए भाई दविंदर सिंह खालसा को पुलिस ने किया रिहा
Amritpal Singh होशियारपुर के मुकेरियां के रहने वाले सिख नेता भाई दविंदर सिंह खालसा को पुलिस ने रविवार को रिहा कर दिया। पुलिस ने अमृतपाल से जुड़े मामले में इनसे पूछताछ के लिए इनको हिरासत में लिया था। उन्होंने कहा कि अमृतपाल से उनके संबंध नहीं हैं।
होशियारपुर, जागरण संवाददाता। अमृतपाल के मामले में पूछताछ के लिए पंजाब व अन्य प्रदेशों के शकी लोगों को हिरासत में लिया गया है। जिनके गहन पूछताछ की जा रही है। इसी कड़ी में होशियारपुर के मुकेरियां के रहने वाले सिख नेता भाई दविंदर सिंह खालसा को पुलिस ने रविवार को रिहा कर दिया।
जेल से रिहा हुए दविंदर सिंह खालसा
दविंदर सिंह खालसा को भी पुलिस ने हिरासत में लिया था। पुलिस ने उन्हें केंद्रीय जेल होशियारपुर में रखा था। दविंदर सिंह खालसा को गत 19 मार्च को हिरासत में लिया गया था और आज रविवार को उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया है।
अमृतपाल से नहीं है मेरे संबंध
इस दौरान दविंदर सिंह खालसा ने कहा कि पुलिस को शक था कि उनके अमृतपाल से संबंध हैं, जिसके चलते हिरासत में लिया गया था। परंतु उनका अमृतपाल से कोई संबंध नहीं है और न ही वह कभी अमृतपाल से मिले हैं।
अमृतपाल सिंह से जुड़े सवाल पूछे गए
दविंदर सिंह ने बताया कि उन्हें 19 मार्च सुबह चार बजे मुकेरियां थाना के एसएचओ घर से लेकर गए थे। पुलिस ने बाद में बताया कि उनसे अमृतपाल के बारे में पूछताछ करनी है। उसने बताया कि उनके अमृतपाल से किसी भी तरह के संबंध नहीं थे और न ही कभी वह अमृतपाल से मिले थे।
दविंदर सिंह ने बताया कि वह श्री गुरु ग्रंथ साहिब सतिकार कमेटी से संबंध रखते हैं और जहां भी कभी बेअदबी होती है वहां जाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन व पुलिस ने उस दौरान उनके साथ कोई गलत व्यवहार नहीं किया है और आज उन्हें जमानत पर रिहा किया गया है।
गिरफ्तार 197 को पंजाब पुलिस ने किया रिहा
चंडीगढ़। पंजाब पुलिस ने 18 मार्च, 2023 से शांति भंग की आशंका और कानून-व्यवस्था में गड़बड़ी की आशंका के कारण गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों के मामलों की जांच करने और उन को रिहा करने के लिए अपना अभियान जारी रखा है। कानून की निवारक धाराओं के तहत गिरफ्तार किए गए कुल 353 व्यक्तियों में से 197 लोगों को आज तक रिहा कर दिया गया है।
गड़बड़ी फैलाने की थी आशंका
कार्यकारी डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि राज्य के सभी एसएसपी और सीपी को यह सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए गए हैं कि किसी भी निर्दोष व्यक्ति को परेशान या गिरफ्तार नहीं किया जाए। जांच अधिकारियों और उनके पर्यवेक्षण अधिकारियों को पहले उपलब्ध सबूतों की जांच करनी चाहिए। मूल अपराधों में किसी भी निवारक गिरफ्तारी या गिरफ्तारी से पहले स्वयं की संतुष्टि को सुनिश्चित बनाना चाहिए।
डीजीपी ने दी जानकारी
डीजीपी ने कहा कि निवारक धाराओं के तहत गिरफ्तार किए गए 353 लोगों के अलावा, 40 लोगों को गंभीर आपराधिक अपराधों के तहत गिरफ्तार किया गया है और सात लोगों को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत हिरासत में लिया गया है। पुलिस अधिकारी उपलब्ध साक्ष्यों की जांच कर सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाते हुए ठोस आपराधिक अपराधों के तहत गिरफ्तार व्यक्तियों की स्थिति की समीक्षा करेंगे। यादव ने सभी पंजाबियों से राज्य में शांति और सद्भाव बनाए रखने और फर्जी खबरों और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की।
स्थिति नियंत्रण में हैं
डीजीपी ने कहा कि कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और पूरी तरह से स्थिर है। उन्होंने चेतावनी दी कि अफवाह और फर्जी खबरें फैलाने वालों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई की जाएगी। पंजाब पुलिस ने आज फ्लैग मार्च, नाका-बंदी, गश्त की और राज्य के बाज़ारों और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर उपस्थिति बनाए रखी। पंजाब पुलिस राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।