बेसहारा जानवरों पर नहीं लग रही लगाम, लोग परेशान
होशियारपुर शहर की सड़कों पर यमदूत बनकर घूम रहे बेसहारा पशुओं की वजह से आए दिन हादसे हो रहे हैं। शहर व आस पास के इलाकों में इन बेसहारा पशुओं ने लोगों के नाक में दम कर रखा है।
वरिदर बेदी, होशियारपुर: शहर की सड़कों पर यमदूत बनकर घूम रहे बेसहारा पशुओं की वजह से आए दिन हादसे हो रहे हैं। शहर व आस पास के इलाकों में इन बेसहारा पशुओं ने लोगों के नाक में दम कर रखा है, पर इस बारे में कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है। वीरवार रात को भी शहर के पास छावनी कलां एक बेसहारा जानवर के मोटरसाइकिल के साथ टकराने से व एक युवक सतवंत सिंह की मौत हो गई , वहीं उसके दो दोस्त मुनीश व हरमन भी गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय प्रशासन इस समस्या पर कोई भी कार्रवाई नहीं कर रहा है। शहर के पॉश इलाके माडल टाउन, भंगी पुल टी प्वाइंट, बैंक कॉलोनी, हीरा कॉलोनी, बस स्टैंड रोड व जालंधर रोड सहित कोई इलाका ऐसा नहीं है , जहां बेसहारा पशु झुंडों के रूप में नजर न आएं। इन पशुओं से होनी वाली दुर्घटनाओं से लोग भी काल का ग्रास बन रहे हैं। करीब पांच माह पहले शहर निवासी राजीव की कार से भी दो लावारिस पशु टकराने से उनकी गाड़ी का काफी नुकसान हुआ। गत वर्ष भी शहर के नलोइयां चौक में अज्जोवाल निवासी एक युवक के मोटरसाइकिल से बेसहारा पशु के टकराने से मौत हो गई थी। करीब तीन साल पहले टांडा में भी पठानकोट निवासी मां - बेटी की मौत कार में एक सांड के टकराने से हो गई थी। गांव ढोलनवाल में सांड के पटकने से एक किसान की मौत हो चुकी है।
दो-दो कैटल पाऊंड, नतीजा जीरो शहरवासियों को बेसहारा पशुधन से निजात दिलाने के लिए प्रशासन ने दो - दो कैटल पाऊंड बनवाए गए हैं, मगर फिर भी लोगों को अभी तक पूरी तरह से ऐसे पशुओ से निजात मिलती नजर नहीं आ रही। निगम अधिकारियों का दावा था कि कैटल पाऊंड बनने के बाद शहर में से ऐसे पशुओं से निजात मिल जाएगी, पर हुआ कुछ नहीं दो दिन पहले ही डीसी ने आठ सदस्यीय एनिमल वेलफेयर सोसायटी के साथ इस समस्या का हल निकलाने संबधी बैठक की है। इसमें शहर के जिन इलाकों में बेसहारा पशु घूम रहे हैं, वहां से उन्हें पकड़कर फलाही कैटल पाऊंड में रखा जाएगा। लोग भी सहयोग करें, तो जल्द ही समस्या से निजात मिल जाएगी।
बलवीर राज , कमिश्नर, नगर निगम।
होशियारपुर में पहला ऐसा कैटल पाऊंड है, जहां पर सभी प्रकार के बेसहारा जानवरों के लिए शेल्टर बनाया जा रहा है। गत दिनों 30 के करीब बीमार व जक्ष्मी बेसहारा पशु फलाही कैटल पाऊंड में ले जाए गए हैं। जल्द ही शहर की सड़कों से बेसहारा पशुधन को पकड़ कर यहां रखा जाएगा।
डॉ. मनमोहन सिंह दर्दी , नोडल अधिकारी, फलाही कैटल पाऊंड ।