धुएं से जहरीला हुआ वातावरण
मौसम में आ रहे तेजी से बदलाव व पराली को लगाए जानी वाली आग के कारण मौसम में विजीविलटी काफी कम होने के कारण शनिवार को मौसम खराब रहा।
जागरण संवाददाता, होशियारपुर : मौसम में आ रहे तेजी से बदलाव व पराली को लगाए जानी वाली आग के कारण मौसम में विजीविलटी काफी कम होने के कारण शनिवार को मौसम खराब रहा। सारा दिन सूर्य देवता के दर्शन नहीं हुए। हालांकि होशियारपुर में पराली को आग लगाने के इस बार के काफी कम मामले सामने आए हैं लेकिन फिर भी आसपास के जिलों में पराली जलाने व हाल ही में गुजरे दीपावली के त्योहार में चले पटाखों के कारण ऐसे हालात पैदा हुए हैं। शहर में एयर क्वालिटी इंडेक्स भी स्वास्थ्य के लिए काफी घातक है। हवा में फैले प्रदूषण के कारण लोगों की आंखों में जलन, एलर्जी व सांस के मरीजों के लिए यह काफी नुकसानदायक है। हालांकि चिकित्सकों के मुताबिक होशियारपुर में अभी हालात कंट्रोल में हैं और वातावरण में धुंध जैसा माहौल केवल आकाश में छाए बादलों के कारण ही बना है। बारिश होती है तो सारा मौसम साफ हो जाएगा। तापमान
अधिकतम 27 डिग्री सेल्सियस
न्यूनतम 18 डिग्री सेल्सियस। ऐसा वातावरण में अस्थमा को मिलता है बढ़ावा
चिकित्सक डॉ. सतपाल गोजरा ने बताया कि वैसे तो होशियारपुर में हालात खतरनाक नहीं हैं और ऐसा केवल आकाश में बादल छाने के कारण हुआ है। यदि एक दो दिन में बरसात होती है तो स्थिति सामान्य हो जाएगी। फिर भी इस तरह के मौसम में काफी एहतियात बरतने की जरूरत है। इसे मौसम अस्थमा का रोग बढ़ता है चूंकि वातावरण में आक्सीजन का लेवल काफी कम हो जाता है और सांस के रोग से पीड़ितों के लिए काफी परेशानी होती है। इसके साथ साथ ऐसे मौसम में वातावरण में प्रदूषण होने के कारण आंखों के जलन होना, एलर्जी जैसी समस्याएं पैदा होती हैं। इसलिए काफी ऐहतियात बरतने की जरूरत होती है। खास तौर पर जिन लोगों अस्थमा है उन्हें काफी सावधानी बरतनी चाहिए। वहीं बच्चों व बुजुर्गों का भी खास ख्याल रखना चाहिए।
डॉक्टरों की सलाह
आंखों में जलन होने पर मलें नहीं।
आंखों को अच्छी तरह से पानी से धोएं।
घर से बाहर कम निकलें।
सांस के रोगी मास्क लगाकर निकलें।
एलर्जी की समस्या होने पर डॉक्टरों से सलाह लें।