मौसम में नमी के साथ ही डेंगू का प्रकोप बढ़ा, 72 को मारा डंक
कोरोना वायरस के बीच डेंगू के बढ़ते प्रकोप ने स्वास्थ्य विभाग के माथे पर चिता की लकीरें खींच दी हैं।
जागरण संवाददाता, होशियारपुर : कोरोना वायरस के बीच डेंगू के बढ़ते प्रकोप ने स्वास्थ्य विभाग के माथे पर चिता की लकीरें खींच दी हैं। मौसम में नमी आने के साथ ही डेंगू मच्छर लोगों को डंक मारने लगा है। सीजन में डेंगू मच्छर ने 72 लोगों को डंक मार कर बीमार किया है। पिछले पंद्रह दिन से डेंगू का प्रकोप बढ़ा है। मौसम में और नमी होने पर डेंगू मच्छर अपना कहर और बरपा सकता है। इसलिए लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। सिविल सर्जन डा. जसवीर सिंह के मुताबिक डेंगू बुखार के बढ़ते हुए केसों के मद्देनजर टीम गठित कर दी गई है। सरकारी अस्पताल होशियारपुर में डेंगू मरीजों के लिए 12 बेड तैयार कर लिए गए हैं। फिलहाल, अभी डेंगू बुखार से पीड़ित कोई मरीज भर्ती नहीं है। ओपीडी के बाद उनका घरों में ही इलाज चल रहा है।
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बेदम दिखते हैं स्वास्थ्य विभाग के दावे
स्वास्थ्य विभाग के लाख दावों के बावजूद डेंगू मच्छर हर साल अपना कहर बरपाता है। डेंगू का डंक लगने से बुखार की चपेट में आकर लोग अस्पताल में पहुंचते हैं। कुछ ने तो अपनी जान से भी हाथ धोया है। डेंगू का कहर बरपने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी हाथ मलते नजर आते हैं। समय रहते डेंगू मच्छर से निपटने की तैयारियां नहीं की जाती हैं। इस वजह से लोगों को अक्टूबर तक डेंगू मच्छरों का संताप झेलना पड़ता है। जिले में हर वर्ष डेंगू बुखार की समस्या आती है, लेकिन जिला मुख्यालय के सरकारी अस्पताल को छोड़ कर अन्य सरकारी अस्पतालों में डेंगू बुखार से लड़ने के लिए समुचित यंत्र ही नहीं है। आलम यह होता है कि डेंगू बुखार चढ़ने पर मरीजो को दूसरे अस्पतालों का मुंह देखना पड़ता है। अधिकांश सरकारी अस्पतालों में न तो डेंगू बुखार की जांच के लिए कार्ड की सुविधा उपलब्ध है। न ही आइजीएम व आइजीजी टेस्ट की। डेंगू की पुष्टि के लिए सिरोलाजी टेस्ट की व्यवस्था न होने से मरीजों की बेहद परेशानी उठानी पड़ती है।
- साफ पानी में पनपता है डेंगू मच्छर
डाक्टरों के मुताबिक डेंगू मच्छर साफ पानी में पनपता है। यदि किसी अंडे के छिलके में सात दिन तक पानी एक जगह पर खड़ा रह गया तो उसमें भी डेंगू मच्छर पैदा हो जाता है। डेंगू मच्छर सात दिन में पैदा हो जाता है। यह मच्छर सुबह शाम ज्यादा सक्रिय होता है। इसकी चपेट में आने वाले व्यक्ति डेंगू बुखार की चपेट में आ जाते हैं। लोगों को चाहिए कि अपने घर और आसपास किसी भी जगह पर साफ पानी जमा न करें। यहां तक कि पानी की टंकी को भी ढककर रखें। गमले में भी पानी न रहने दें। अगर कहीं पर पानी खड़ा है तो उसे नीचे गिरा दें।
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होशियारपुर और भुंगा में डेंगू टेस्टिग की सुविधा
जिला मुख्यालय के सरकारी अस्पताल होशियारपुर और भूंगा में डेंगू टेस्टिग की सुविधा है। ऐसे में गढ़शंकर के मरीजों को करीबन चालीस किलोमीटर दूर का सफर तय करके होशियारपुर आना पड़ता है। इसी तरह से मुकेरियां दसूहा और तलवाड़ा के डेंगू मरीजों को लंबी दूरी नाप कर भूंगा आना पड़ता है। इस वजह से डेंगू मरीजों को खासी परेशानी उठानी पड़ती है।