थम नहीं रहा डायरिया का प्रकोप, फतेहगढ़ में डायरिया पीड़ित बच्ची ने तोड़ा दम
होशियारपुर सरकारी तंत्र के लाख दावों के बावजूद शहर में फैला डायरि
जागरण संवाददाता, होशियारपुर
सरकारी तंत्र के लाख दावों के बावजूद शहर में फैला डायरिया थमने का नाम नहीं ले रहा है। सरकारी अस्पताल में लगातार डायरिया से पीड़ित मरीजों का आना जारी है। बुधवार तक छह जानें जा चुकी हैं। हैरानीजनक पहलू है कि पांच दिन बीत जाने के बावजूद डायरिया को काबू करने में अफसरशाही नाकाम दिख रही है। डायरिया मरीजों की संख्या 300 का आंकड़ा पार कर गई है। और तो और फतेहगढ़ इलाके में डायरिया से पीड़ित 11 साल की विशाखा ने दम तोड़ दिया। इसके साथ ही मृतकों की संख्या छह हो गई है। वहीं, नगर निगम ने कार्रवाई करते हुए डायरिया प्रभावित इलाकों में 14 अवैध कनेक्शन काटे हैं।
---------------
परिवार का आरोप, डॉक्टरों ने नहीं दिखाई गंभीरता, इसलिए गई जान
मृतका विशाखा के पिता रणजीत ¨सह ने बताया कि मंगलवार शाम चार बजे तक विशाखा बिल्कुल स्वस्थ थी। पांच बजे उसे दस्त की शिकायत हुई। कुछ देर बाद उल्टी करने के बाद उसे सरकारी अस्पताल होशियारपुर लाया गया। डॉक्टरों ने विशाखा को ग्लूकोज लगाया। बोतल भी केवल आधे घंटे में खत्म हो गई, तो डॉक्टर ने पर्ची पर दवा लिख कर कहा कि बच्ची अब ठीक है, उसे घर ले जाएं। बुधवार शाम एक बार फिर चेक करा लेना। इस पर, उन्होंने (रणजीत) कहा कि बच्ची ठीक नहीं हैं। आप एक दिन के लिए एडमिट कर लें। मगर, डॉक्टर ने कोई बात नहीं सुनी और घर भेज दिया। रात में बच्ची के पेट में दोबारा दर्द की शिकायत हुए, तो उसे ओआरएस का घोल दिया गया। इसके बाद रात तीन बजे जब बच्ची को एक निजी अस्पताल ले गए, तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उधर, इस मामले को लेकर मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा ने सिविल सर्जन डॉ. रेणु सूद को जांच के आदेश दिए हैं।
उल्लेखनीय हैं कि डायरिया के प्रकोप से अब तक कमालपुर निवासी यादविक, शाम सुंदर, महिला चीना व ज्योति बाला की भी मौत हो चुकी है। इसके अलावा मिलाप नगर के राम ¨सह की भी डायरिया के कारण मौत हो चुकी है।
----------------
कमालपुर में डायरिया का कहर ज्यादा
कमालपुर इलाके में डायरिया का कहर ज्यादा है। कमालपुर के ही चार लोगों की डायरिया की वजह से मौत हो चुकी है। सोमवार को डायरिया पीड़ितों की संख्या 200 के करीब थी। लगातार डायरिया पीड़ितों के आने से मंगलवार को यह संख्या 262 का आंकड़ा पार कर गई और बुधवार को डायरिया से पीड़ितों मरीजों का आंकड़ा 300 के पार हो गया।
--------------
क्या होता है डायरिया
डायरिया से पीड़ित व्यक्तियों में पहले पेट दर्द की शिकायत होती है। फिर दस्त लगते हैं। और ज्यादा समस्या होने पर उल्टी भी लग जाती है। तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर यह जानलेवा भी साबित हो जाती है।
--------------
ऐसे बचें डायरिया से
-बरसात के मौसम में पानी उबाल कर पीएं।
-ताजा खाना ही खाएं।
-ज्यादा पका फल न खाएं।
-बाजार की चीजों को खाने से परहेज करें।
-खाना खाने से पहले अच्छी तरह से साबुन से हाथ धोएं।
----------------
सांपला की दवाओं को लेकर हुआ खूब ड्रामा
मंगलवार को केंद्रीय राज्य मंत्री विजय सांपला ने प्रेस नोट जारी करके कहा कि डायरिया मरीजों को दवाओं की कमी नहीं आने दी जाएगी। इस बात की भनक जब सत्ता पक्ष को लगी तो उन्होंने दांव भरना शुरू कर दिया। काफी संख्या में दवाएं अस्पताल के बरामदे में रखवा दी गई। बाकायदा तौर पर मीडिया को दवाएं दिखाकर यह विश्वास दिलाया गया कि दवाओं की कोई कमी नहीं है। बुधवार को जब सांपला के समर्थकों ने अस्पताल में दवाएं पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया, तो उन्होंने कहा कि उनके पास दवाओं की कोई कमी नहीं है। कभी सिविल सर्जन तो कभी एसएमओ से बात करने की बात कहते हुए दवाएं लेने से आनाकानी की जानी लगी। अंतत: काफी जद्दोजहद के बाद सांपला के समर्थकों ने किसी तरह से दवाएं एसएमओ के सुपुर्द कीं।
--------------
पानी के 20 सैंपल फेल
होशियारपुर : शहर में डायरिया फैलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कमालपुर, लाभ नगर और सुभाष नगर से पानी के 20 सैंपल लिए थे। जांच करने पर सभी सैंपल फेल पाए गए हैं। एपीडेमोलॉजिस्ट डॉ. शैलेष कुमार ने बताया कि डायरिया फैलने के बाद इन इलाकों में विभिन्न जगहों से पानी की गुणवत्ता का पता लगाने के लिए 20 सैंपल लेकर स्टेट पब्लिक हेल्थ चंडीगढ़ को भेजे गए थे। सोमवार को भेजे उक्त सैंपलों की रिपोर्ट बुधवार को आई है और इसमें सभी सैंपल फेल पाए गए हैं।