कोर्ट परिसर से विचाराधीन कैदी कोभगाने के मामले में एक आरोपित गिरफ्तार
पेशी से के दौरान कोर्ट परिसर से भागे विचाराधीन कैदी मनजीत सिंह चिप्पी के मामले में सिटी पुलिस को बड़ी सफलता मिली है।
जागरण संवाददाता, होशियारपुर : पेशी से के दौरान कोर्ट परिसर से भागे विचाराधीन कैदी मनजीत सिंह चिप्पी के मामले में सिटी पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने चिप्पी को भगाने में मदद करने वाले एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित की पहचान नस्सरां के रहने वाले खुशदीप सिंह के रूप में हुई है। खुशदीप पर चोरियों के कई मामले दर्ज हैं और वह जेल में बंद था। 24 जनवरी को जमानत पर जेल से रिहा होकर बाहर आया था। जेल में मनदीप चिप्पी से बनाया था उसे भगाने का प्लान
थाना सिटी के प्रभारी गोबिदर कुमार ने बताया कि खुशदीप से पूछताछ जारी है और 24 जनवरी को जेल से जमानत पर रिहा हुआ था।जेल में खुशदीप मनदीप से मिला था और वहीं पर उसने मनदीप को कोर्ट से भगाने का प्लान तैयार किया था। जब मनदीप की पेशी थी तो खुशदीप ने ही उसे मोटरसाइकिल पर भगाने का प्लान बनाया था। जैसे ही मनदीप कोर्ट से भागा तो वहां पर पहले से ही मोटरसाइकिल मौजूद था। जिसकी मदद से मनदीप सिंह फरार होने में कामयाब हो गया था। क्या है मामला
13 फरवरी को सुबह करीब 12 बजे जैसे ही मनजीत सिंह उर्फ चिप्पी को अदालत में पेश करने के लिए उसकी हथकडी खोलकर उसे जज के सामने पेश करने के लिए पुलिस मुलाजिम लेकर जाने लगे। इस दौरान मनजीत सिंह ने पुलिस मुलाजिम को धक्का मारा और मौके से फरार हो गया था। मनजीत सिंह पर नशे की तस्करी सहित सात अलग अलग मामले दर्ज हैं। मनजीत सिंह जैसे ही कोर्ट परिसर से बाहर भागा तो उसका पीछा करते हुए कुछ पुलिस मुलाजिम भी उसके पीछे उसे पकड़ने के लिए भागे परंतु कोर्ट परिसर के बाहर कुछ दूरी पर पहले ही मोटरसाईकिल सवार उसका साथी तैयार मौजूद था। मनजीत सिंह कोर्ट परिसर से बाहर आया और मोटरसाईकिल पर अपने साथी के साथ फरार हो गया था। मामले में दो एएसआइ समेत पांच मुलाजिम किए थे सस्पेंड
गत 13 फरवरी को मनदीप सिंह पेशी के दौरान कोर्ट परिसर से विचाराधीन कैदी भागने के मामले में एसएसपी ने दो एएसआई समेत पांच मुलाजिम को सस्पेंड कर दिया था। दो एएसआई, एक हेड कांस्टेबल, एक कांस्टेबल और एक महिला कांस्टेबल पर गाज गिराई गई थी।डीएसपी (एच)दलजीत सिंह खख ने एसएसपी गौरव गर्ग के आदेश पर पांच पुलिस कर्मियों एएसआई परमजीत सिंह और चरनजीत सिंह, हेड कांस्टेबल रामपाल, कांस्टेबल प्रदीप कुमार और महिला कांस्टेबल कमलेश कौर को तुरंत ड्यूटी में कोताही बरतने पर सस्पेंड कर दिया था।