Move to Jagran APP

22 दिन बाद भी कंडी नहर की मुरम्मत नहीं, किसानों में रोष

नहरी वि5ाग की लापरवाही के कारण कस्बे के गांव भानोवाल के नजदीक टुटी कंडी नहर की 22 दिन बाद भी रिपेयर नहीं हो सकी है। जिसको लेकर हलके के किसानों में विभाग के प्रति भारी रोष पाया जा रहा है। हादसे के आज 22 दिन गुजर जाने के बाद 5ाी नहर के हालत वैसे के वैसे ही है। जिसको ठीक करवाने की वि5ाग द्वारा कोई जरूरत नहीं समझी जा रही है। जबकि किसान अपने खेतों में अगली फसलें बीजने के लिऐ विभाग का मुंह देख रहा है कि कब नहरी विभाग इस नहर को ठीक करवा कर उसमे पानी छोडे़ और वह गेंहू के अलावा अन्य फसलों को बीज सके लेकिन विभाग अभी भी कुंभकर्णी नींद मे सोया हुआ है। जिसको लेकर किसानो की चेहरो पर ¨चता की लकीरे साफ तौर पर देखी जा सकती है। 1योकि कंडी हल्के के किसान बारिश डैम या फि र इस कंडी नहर के पानी पर ही पूरी तहर से निर्भर है। यहा गौरबतलब है कि किसानो की ¨सचाई के लिऐ नहरी विभाग ने 17 अक्टूब

By JagranEdited By: Published: Thu, 08 Nov 2018 05:32 PM (IST)Updated: Thu, 08 Nov 2018 07:03 PM (IST)
22 दिन बाद भी कंडी नहर की मुरम्मत नहीं,  किसानों में रोष
22 दिन बाद भी कंडी नहर की मुरम्मत नहीं, किसानों में रोष

मुनेंद्र शर्मा, गढ़दीवाला : नहरी विभाग की लापरवाही के कारण कस्बे के गांव भानोवाल के नजदीक टुटी कंडी नहर की 22 दिन बाद भी रिपेयर नहीं हो सकी है। इसको लेकर हलके के किसानों में विभाग के प्रति भारी रोष पाया जा रहा है। हादसे के आज 22 दिन गुजर जाने के बाद भी नहर के हालत वैसे के वैसे ही है। इसको ठीक करवाने की विभाग द्वारा कोई जरूरत नहीं समझी जा रही है। जबकि किसान अपने खेतों में अगली फसलें बीजने के लिऐ विभाग का मुंह देख रहा है कि कब नहरी विभाग इस नहर को ठीक करवा कर उसमे पानी छोडे़ और वह गेंहू के अलावा अन्य फसलों को बीज सके लेकिन विभाग अभी भी कुंभकर्णी नींद मे सोया हुआ है। जिसको लेकर किसानों की चेहरो पर ¨चता की लकीरें साफ तौर पर देखी जा सकती है। कंडी हल्के के किसान बारिश डैम या फि र इस कंडी नहर के पानी पर ही पूरी तहर से निर्भर है।

loksabha election banner

गौरतलब है कि किसानों की ¨सचाई के लिए नहरी विभाग ने 17 अक्टूबर सायं नहर मे पानी छोड़ा था, लेकिन कई महीनों से ही लीकेज चल रही यह नहर पानी के बहाव के कारण 18 अक्टूबर की सुबह टूट गई थी। कंडी नहर टूटने से पानी लोगों के खेतों में जा घुसा था और इस हादसे से गांव भानोवाल के कई खेत जलमग्न हो गऐ थे। इसके अलावा गांव फ तेहपुर, मल्लेवाल और आदि गावों के खेत भी नहर के पानी से प्रभावित हुऐ। जिससे लोगो का 20-25 एकड़ जमीन मे बोई गई झोने, कमाद व पशुओं के चारे की फसलों का भी भारी नुक्सान हुआ था। उस व1त गावा वासियो ने बताया कि यह नहर पहले से ही लीकेज कर रही थी। जिसको ठीक करने के लिऐ लोगों द्वारा संबंधित विभाग को पहले ही पत्र देकर बताया जा चुका था लेकिन विभाग की लापरवाही की वजह से ही इस नहर के टूटने से लोगों के खेतों व फसलों का भारी नुकसान हुआ था। आज 22 दिन गुजर जाने के बाद भी नहर की मुरम्मत का काम विभाग द्वारा शुरू तक नहीं किया गया है। जिससे किसानों द्वारा अगली फ सलो की बिजाई समय पर नही होने से उनका बडा नुक्सान हो रहा है। कंडी के लोगों ने संबंधित विभाग और सरकार से मांग करते हुऐ कहा कि जल्द से जल्द इस नहर की रीपेयर करके नहर मे पानी छोड़ा जाए ताकि किसान समय पर अपनी फसलों को बीज सके।

मुख्यमंत्री के नाम दिया मांगपत्र

इस संबंध मे भाजपा के देहाती जिला प्रधान संजीव मिन्हास की अगुवाई मे किसान ¨वग के जिला प्रधान ईकबाल सिह जौहल, कैप्टन कर्ण सिह, लाडी बूटर, जसवंत सिह, शिवपाल, कैप्टन गुर¨वद्र सिह, सुख¨वद्र ¨सह आदि का एक वफद एसडीएम दसुआ से मिला और उनको इस नहर को जल्द ठीक करवाने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिह के नाम एक मांगपत्र भी सौंपा। उन्होंने एसडीएम की गैर मौजूदगी मे उनके रीडर निर्मल सिह कंग को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिह के नाम पर सौपे गऐ इस मांगपत्र में कहा कि इस नहर के टूटने के बाद संबंधित विभाग द्वारा अभी तक इस नहर की मरम्मत का काम तक शरू नहीं करवाया गया है। कंडी हलके के किसान खेतीबाड़ी पर ही निर्भर है और किसान अपने खेतों में अगली फसले बीजने के लिए इस नहर के ठीक होने का इंतजार कर रहे है। उन्होंने इस मांगपत्र के जरिए मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि वह जल्द ही इस नहर की रिपेयर करवाने के लिऐ संबंधित विभाग को आदेश जारी करे ताकि किसान समय पर अपनी फसलों को बीज सके।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.