नागपंचमी पर लगने वाला मेला रद
दातारपुर दातारपुर नागदेवता वृंदावन मंदिर दातारपुर में नागपंचमी पर लगने वाला मेला इस बार नहीं लगेगा।
सरोज बाला, दातारपुर: दातारपुर नागदेवता वृंदावन मंदिर दातारपुर में नागपंचमी पर लगने वाला मेला इस बार नहीं लगेगा। महामंडलेशवर महंत रमेश दास की अध्यक्षता में यहां दो दिवसीय मेला नागपंचमी के अवसर पर लगता है, जो इस बार कोरोना के कारण नहीं लगेगा। गौरतलब है कि यह मंदिर लगभग चार सौ साल पुराना है। यहां सावन महीने की पंचमी नाग पंचमी को हर साल तीन दिवसीय वार्षिक जोड़ मेला लगाया जाता है। जनश्रुति के अनुसार यहां गुरु गोरखनाथ ने भी धूनी रमाई थी। बाद में सतगुरु बाबा लाल दयाल जी के परम शिष्य संत तपादास जी ने यहां घोर तप किया और चार सौ साल पूर्व यहां इस मंदिर का निर्माण करवाया। नाग देवता मंदिर आज भी 75 डिग्री कोण पर झुका हुआ है। जिसके विषय में कहा जाता है कि यह नाग देवता की फूंकार से टेढ़ा हो गया था। इस मंदिर के साथ ही लगभग तीस फीट गहरा प्राचीन तालाब है जो पक्की सीढि़यों से निर्मित है। ऐसा माना जाता है की यह दैवीय श्राप के कारण कभी भी नही भरता। जितनी भी बारिश हो, इसमें एक बूंद भी पानी नहीं ठहरता। वर्तमान में महामंडलेश्वर महंत रमेश दास जी की अध्यक्षता में यहां की प्रबंधक कमेटी जिसके प्रधान सुनील कुमार हैं, ने लाखों रूपये खर्च करके भव्य नए मंदिर का निर्माण करवाया है। परिसर में बाबा बालक नाथ मंदिर, शनिदेव मंदिर, शिवालय, नवग्रह मंदिर, माता दुर्गा मंदिर तथा हनुमान जी के मंदिर दर्शनीय हैं। पुजारी शुभकर्ण कहते हैं कि यहां पर सैकड़ों की संख्या में भक्त आते हैं। वहीं प्रधान सुनील कुमार लाटू तथा शुभकरण ने इस बार वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण मेला स्थगित किया गया है