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बरसात का कहर, सुंदर नगर के 200 घरों में घुसा चोअ का पानी

तीन दिन से हो रही बारिश ने चारों तरफ कहर बरपा रही है। शहर के सुंदर नगर वासियों के लिए यह बारिश आफत बनकर आई है। चोअ के किनारे बसे सुंदर नगर इलाके में चोअ का बरसाती पानी घुस आया है। इस वजह से सुंदर के 200 से ज्यादा घर पानी की चपेट में आ गए हैं। इन घरों में तीन दिन से चूल्हा नहीं जला है। लोग भूखे और प्यासे हैं। चोअ कब्जे की भेंट चढ़ रहा है। नगर निगम की हालत है कि उसे आग लगने के बाद कुआं खोदने की याद आती है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Sep 2018 06:36 PM (IST)Updated: Mon, 24 Sep 2018 06:36 PM (IST)
बरसात का कहर, सुंदर नगर के 200 घरों में घुसा चोअ का पानी
बरसात का कहर, सुंदर नगर के 200 घरों में घुसा चोअ का पानी

जागरण संवाददाता, होशियारपुर

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तीन दिन से हो रही बारिश चारों तरफ कहर बरपा रही है। शहर के सुंदर नगरवासियों के लिए यह बारिश आफत बनकर आई है। चोअ के किनारे बसे सुंदर नगर इलाके में चोअ का बरसाती पानी घुस जाने से इस इलाके के 200 से ज्यादा घर पानी की चपेट में आए हैं। इसके चलते इन घरों में तीन दिन से चूल्हा नहीं जला है। लोग भूखे-प्यासे हैं। चोअ कब्जे की भेंट चढ़ रहा है। वहीं, नगर निगम की हालत आग लगने के बाद कुआं खोदने वाली है।

गौर हो कि सुंदर नगर इलके में ज्यादातर बाहरी राज्यों के लोग आकर बसें हैं। यह इलाका चोअ के बिल्कुल समीप है। शनिवार से हो रही लगातार बारिश से चोअ उफान पर आने से इसका पानी रिहायशी इलाके में जा घुसा। इसके चलते लगभग 200 घर पानी की चपेट में हैं।

सोमवार को दैनिक जागरण की ओर से इलाके का दौरा करने पर मालूम पड़ा कि यहां के लोगों की ¨जदगी नारकीय बन गई है। हालात देखकर ऐसे आभास हो रहा था, जैसे वह शहर का हिस्सा ही नहीं हैं। इलाके के लोगों ने बताया कि चारों तरफ पानी जमा होने से उनके घरों में तीन दिन से चूल्हे नहीं जले हैं। पानी की मार से राशन व कपड़े खराब हो गए हैं। उनकी समझ में नहीं आ रहा है कि वह जाएं तो कहां जाएं। पानी जमा होने से लोग तख्तपोश पर बैठकर गुजारा कर रहे हैं। सुंदर नगर इलाके का दुर्भाग्य है कि सिर्फ चुनाव के दिनों में ही नेताओं को इनकी याद आती है।

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चोअ में कब्जे से बढ़ी परेशानी

प्रशासन की उदासीनता से चोअ में जगह-जगह पर कब्जे कर लिए गए हैं। इससे बरसाती पानी आगे नहीं निकल पाता है। यही वजह रही है कि जब बरसात ने अपना कहर बरपाना शुरू किया तो पानी आगे नहीं निकल पाया और उसने चोअ के किनारे बने मकानों को अपनी चपेट में ले लिया। इससे भी ज्यादा हैरानी की बात है कि बारिश होने के बारे में कई दिनों से सूचना दी जा रही है। बावजूद इसके नगर निगम कुंभकर्णी नींद में रहा। चोअ में हुए कब्जे को हटाना मुनासिब नहीं समझा गया। अब जबकि पानी ने चारों तरफ परेशानी बढ़ा दी, तो नगर निगम को कब्जे हटाने की याद आई।

मौके की नजाकत को भांपते हुए नगर निगम की टीम सोमवार को सुंदर नगर में जेसीबी मशीन के साथ पहुंची। जहां-जहां पर पानी निकासी का अवरोधक बना था, उसे क्लीयर किया। उसके बाद से पानी आगे की तरफ बढ़ना शुरू हुआ है।

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अभी भी न चेते तो बढ़ेगी और परेशानी

अभी भी मौसम का मिजाज ठीक नहीं है। नगर निगम ने अगर अभी भी चेतते हुए चोअ में हुए कब्जों को न हटाया, तो आने वाले दिनों में और भी ज्यादा परेशानी हो सकती है। क्योंकि, कब्जे की मार से दिन-प्रतिदिन चोअ का अस्तित्व खतरे में पड़ता जा रहा है। अफसरशाही को इसका कोई ख्याल नहीं है।

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सुंदर नगर में फैल सकता है संक्रमण

सुंदर नगर में पानी की चपेट में आने से लोग संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं। जमा हुए पानी के बीच गंदगी पसरी हुई है। अगर पानी कुछ दिनों तक इसी तरह खड़ा रहा, तो इस इलाके में लोगों को डायरिया, बुखार, वायरल बुखार आदि का खतरा हो सकता है।


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