कोरोना ने ठंडा किया एसी, फ्रीज और कूलर का कारोबार
ोरोना वायरस से लोग इतने सहम गए है कि घर में केवल राशन और जरूरी चीजों के अतिरिक्त किसी चीज की खरीदारी करने के बारे में सोच भी नहीं रहे हैं।
संवाद सहयोगी, होशियारपुर : कोरोना वायरस से लोग इतने सहम गए है कि घर में केवल राशन और जरूरी चीजों के अतिरिक्त किसी चीज की खरीदारी करने के बारे में सोच भी नहीं रहे हैं। कोरोना वायरस ने जहां सारे देश की अर्थ व्यवस्था को हिला कर रख दिया है वहीं इसका सब से बुरा असर देश की इलेक्ट्रानिक्स की मार्केट पर पड़ा है। शनिवार को शहर की कुछ इलेक्ट्रानिक्स कंपनियों के डीलरों से बातचीत की गई। अभी तक 30 प्रतिशत ही व्यापार हुआ
गुप्ता इलेक्ट्रानिक्स के मालिक राजेश गुप्ता जो शहर के सब से पुराने इलेक्ट्रानिक्स मार्केट के डीलर है से बात की तो उन्होंने बताया कि वह पिछले 25 वर्ष से मार्केट में है। कई बार व्यापार में उतार चढ़ाव तो आता ही रहता है मगर फिर भी या तो वर्ष के शुरू में या फिर वर्ष के अंत में सारे घाटे पूरे हो जाते है। मगर वर्ष 2020 जिसके शुरू होते ही कोरोना वायरस ने अपनी जकड़ में ले लिया है। गुप्ता ने बताया कि आधा वर्ष बीत जाने पर अभी तक केवल 30 प्रतिशत ही व्यापार हुआ है। कोरोना ने मार्केट की बर्बाद : मलकीयत
एसी विक्रेता मरवाहा इंजी सेंटर के मालिक मलकीयत सिंह मरवाहा से बात की तो उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस ने सारी मार्केट को बर्बाद कर दिया है। मगर इलेक्ट्रानिक्स के सामान पर इसका बहुत बड़ा असर पड़ा है। उन्होंने बताया कि एक तो कोरोना ने बजट हिला कर रख दिया है, उपर से सरकार कहती है कि एसी बंद करके रखने चाहिए क्योंकि बंद कमरे में कोरोना का बुरा असर होता है।
फाइनेंस करने के बाद भी लोग नहीं कर रहे खरीददारी
मार्केट में कई फाइनेंस कंपनियां सस्ते ब्याज दर पर लोगों को सामान खरीदने के लिए प्रोत्साहित कर रहे है मगर इलेट्रानिक्स की आइटम खरीदना लोगों की तीसरी जरूरत बन गई है। लोगों की पहली पसंद घर के लिए राशन दूसरी पसंद है घर में कोई बीमार न पड़ जाए लोग इस लिए भी बजट के हिसाब से खर्च कर रहे है। तीन से चार भागों में होता है इलेक्ट्रानिक्स का व्यापार
इलेक्ट्रानिक्स का व्यापार वर्ष में तीन से चार भागों में किया जाता है। पहला भाग जनवरी से मार्च तक का होता है। यहां पर बीस से तीस प्रतिशत तक लोग इलेक्ट्रानिक्स के सामान की खरीदारी करते है। दूसरा भाग अप्रैल से जून तक होता है यहां पर गर्मी शुरू हो जाती है तो लोग ज्यादा एसी और कूलर की खरीदारी करते हैं। तीसरा भाग होता है जुलाई से सितंबर तक का जब लोग त्योहार के मौसम शुरू होने पर शुभ मानते हुए इलेक्ट्रानिक्स के सामान की खरीददारी करते है और चौथा भाग होता है अक्तूबर से दिसंबर तक का होता है जब एक तो शादियों का दौर होता है और दूसरा सर्दी का मौसम होता है और लोग इलेक्ट्रानिक्स मार्केट में ज्यादा से ज्यादा खरीददारी करते है। अभी इलेक्ट्रोनिक्स मार्केट में आएगी और मंदी
शहर के इलेक्ट्रानिक्स डीलरों का कहना है कि अगर कोरोना पर सरकार की तरफ से कोई रोकथाम नहीं की गई तो इलेक्ट्रानिक्स की मार्केट इससे भी बुरे हालात से गुजरने के लिए मजबूर हो जाएगी। कोरोना वायरस के आम व्यक्ति की जिदगी थम सी गई है और लोग यही चाहते है किसी प्रकार से यह समय किसी प्रकार से निकल जाए।