पूतना का भी श्री कृष्ण ने किया उद्धार: गौरव कृष्ण
होशियारपुर श्री बांके बिहारी सेवा मंडल वेलफेयर कमेटी होशियारपुर द्वारा चेय
जेएनएन, होशियारपुर
श्री बांके बिहारी सेवा मंडल वेलफेयर कमेटी होशियारपुर द्वारा चेयरमैन पंडित दीपक शारदा की अगुआई में करवाई जा रही श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन की कथा का शुभारंभ गौरव कृष्ण गोस्वामी जी ने भजन मेरे बांके बिहारी जय हो तुम्हारी के साथ किया।
इस दौरान कथा करते हुए गौरव कृष्ण गोस्वामी जी महाराज ने पूतना की कथा करते हुए बताया कि किस प्रकार भगवान ने उसका उद्धार किया। कथा करते हुए गौरव कृष्ण गोस्वामी ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण द्वारा पूतना का उद्धार किए जाने के बाद वह जब गोलोक गई, तो वहां खड़े द्वारपालों ने उसे अंदर नहीं जाने दिया। वे अचंभित हो गए कि पूतना जैसी असुर गोलोक में कैसे? उन्होंने उससे पूछा कि यहां तक वह कैसे पहुंची। इस पर पूतना ने कहा कि मेरा उद्धार स्वयं प्रभु ने किया है और उन्हीं की कृपा से मैं यहां पहुंची हूं।
उन्होंने बताया कि जब भगवान श्री कृष्ण पूतना का दूध पी रहे थे तो उसी दौरान भगवान ने उसे मां कहके संबोधित किया था, क्योंकि उन्होंने पूतना का दूध पिया था और उसी का ऋण भगवान ने उसे मां कहकर चुकाया। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार मां देवकी और यशोदा का उद्धार किया उसी प्रकार भगवान ने पूतना का भी उद्धार किया।
उन्होंने कहा कि भगवान इतने कृपालु हैं जो उसे ध्याता है, उसे भी वह भूखा पेट नहीं सोने देते और जो उन्हें नहीं मानता उसके लिए भी भर पेट भोजन का इंतजाम करते हैं। इस दौरान उन्होंने श्री कृष्ण बाल लीला, गोवर्धन और छप्पन भोग की कथा भी सुनाई।
गौरव कृष्ण गोस्वामी ने माखन खा गया बिहारी, मेरा हंस-हंस के और नहीं माने मेरा मनवा, मैं तो गोवर्धन को जाऊंगी, सात कोस की परिक्रमा.. सुनाया। जिस पर श्रद्धालु झूमने पर विवश हो गए। इस मौके पर मटकी फोड़ लीला का का भी मंचन किया गया।
इस अवसर पर मुख्य यजमान ब्रिजेश चंद्र गुप्ता (विजय ब्राइडल), रघुवीर बंटी, कमलजीत सेतिया, सुषमा सेतिया, मनीष गुप्ता (बिल्ला ब्रिक्स), कुशा गुप्ता, मीनाक्षी शारदा, लक्की स्वामी, रोहित शर्मा, रोहित राधे, अनिल, विक्का, राजन शर्मा, धीरज, पप्पी सोढी, सु¨रदर कौशल, विनोद, चेतन, विजय, मोहित एवं सन्नी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।