रेलवे ओवर ब्रिज का मामला, दुकानें बंद कर दुकानदारों ने की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल
फगवाड़ा रोड पर बनने वाले रेलवे ओवर ब्रिज के वर्क आर्डर रिलीज होते ही दुकानदारों ने सोमवार को अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी।
जागरण संवाददाता, होशियारपुर
फगवाड़ा रोड पर बनने वाले रेलवे ओवर ब्रिज के वर्क आर्डर रिलीज होते ही दुकानदारों ने सोमवार को अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी। दुकानदारों ने रेलवे ओवर ब्रिज बनाने के रोष में अपनी दुकानें बंद कर दी और पक्का मोर्चा खोल दिया। आज पहले दिन की भूख हड़ताल में अमित आंगरा, चंदन लक्की व अमरजीत सिंह थियाड़ा भूख हड़ताल पर बैठे। दुकानदारों ने इस दौरान कैबिनेट मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और रेलवे ब्रिज का फैसला वापिस लेने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार दुकानदारों के मुंह से निवाला छीनना चाहती है क्योंकि रेलवे ब्रिज बनने के बाद सारी दुकानदारी समाप्त हो जाएगी। भूख हड़ताल में पहुंचे दुकानदार साथियों संबोधित करते हुए समाजसेवीं व दुकानदार अमित आंगरा ने कहा कि यदि सरकार अपने फैसले पर पुनर्विचार कर ब्रिज बनाने का फैसला वापिस नही लेती है और काम शुरू किया जाता है, तो पहला बुलडोजर उन पर चलेगा और उनके शवों ले ऊपर ब्रिज का निर्माण होगा। क्योंकि सरकार के इस फैसले से सैंकड़ों दुकानदार तबाह हो जाएंगे। मंत्री अपने निजी लाभ के लिए इस ब्रिज का निर्माण करवा रहे है अन्यथा इस ब्रिज की यहां कोई जरूरत नही है। इस मौके पर संतोख सिंह औजला ने कहा कि सभी दुकानदार तब तक भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे। जब तक सरकार के प्रतिनिधि व जिला प्रशासन की तरफ से लिखित में ब्रिज रुकवाने का आश्वासन नही मिल जाता है। औजला के अनुसार धीरे धीरे इस संघर्ष को तेज किया जाएगा। जब तक जान है, रोजगार को बचाने के लिए संघर्ष जारी रखेंगे। इस मौके पर दुकानदार बरजिदरजीत सिंह ने कहा कि सरकार को रेलवे ब्रिज बनाने का विचार त्याग कर रोजगार बचाने के बारे में सोचना चाहिए। यदि सरकार या कैबिनेट मंत्री अरोड़ा इस ब्रिज को रुकवाने के लिए अपनी भूमिका नही अदा करेंगे, तो आने वाले चुनावों में उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इस मौके पर मनदीप कौर, जोगिदर कौर, रजनी, अनिता, चंदन लकी, डा. अमरजीत, कमल गुप्ता, इला गुप्ता, रवि गुप्ता, संजीव अग्रवाल, कुलविदर सिंह, अवतार सिंह बग्गा, सतीश कुमार, राज कुमार, अमरजीत, मनी, सहित भारी संख्या में स्थानीय दुकानदार व निवासी मौजूद रहे।