लखीमपुर खीरी घटना : किसानों ने लगाया मिनी सचिवालय के बाहर धरना
लखीमपुर खीरी घटना में तीन सप्ताह बीत जाने पर भी आरोपितों के खिलाफ कोई कार्रवाई न होने पर गुस्साए किसानों ने मंगलवार को मिनी सचिवालय के बाहर धरना दिया।
संवाद सहयोगी, होशियारपुर : लखीमपुर खीरी घटना में तीन सप्ताह बीत जाने पर भी आरोपितों के खिलाफ कोई कार्रवाई न होने पर गुस्साए किसानों ने मंगलवार को मिनी सचिवालय के बाहर धरना दिया। इस दौरान किसानों ने जमकर नारेबाजी की और मांग की कि आरोपितों पर जल्द कार्रवाई की जाए। बता दें कि इस मामले में मंगलवार को पूरे पंजाब में किसानों ने रोष प्रदर्शन किया। किसानों ने आरोपितों पर सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग करते हुए राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के सीनियर उपाध्यक्ष सविंदर सिंह चोताला ने बताया कि तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी हिसा के मामले में सारे सबूत सामने आने के बाद भी न तो स्थानीय अदालत ने कोई कार्रवाई की है और न ही सुप्रीम कोर्ट कोई मामला दर्ज कराने के लिए उक्त निचली अदालत पर दवाब बना पा रही है। इसके चलते उक्त केंद्रीय मंत्री और उसका आरोपित बेटा खुलेआम घूम रहा है और ऊपर से धमकी दे रहे है। इस मौके पर कश्मीर सिंह, हरबंस सिंह, गुरजीत सिंह, सतनाम सिंह, कमलजीत कौर, निशान सिंह, मोता सिंह, गुरप्रीत सिंह, दयाल सिंह, कुलदीप कौर और चांदशाह मौजूद थे। संयुक्त किसान मोर्चे ने तहसील कांप्लेक्स में लगाया धरना
वहीं दूसरी तरफ संयुक्त किसान मोर्चे ने लखीमपुर खीरी हिसा के मामले में धीमी कार्रवाई पर गुस्सा जताते हुएतहसील कांप्लेक्स में हरबंस सिंह संघा की अध्यक्ष्ता में प्रदर्शन किया। राष्ट्रपति के नाम एक मांग पत्र तहसीलदार गुरप्रीत सिंह को दिया। भारतीय किसान यूनियन उग्राहा ग्रुप के भूपिदर सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार न तो लखीमपुर खीरी घटना की पड़ताल कर रही है और न ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। ऊपर से महंगाई ने सारे देश का बुरा हाल कर रखा है। इस अवसर पर गुरमीत सिंह, मलकीत सिंह, मदन लाल, तरसेम सिंह, गुरदेव लाल, सर्बजीत सिंह, रमेश कुमार बाजवा, परमिदर सिंह, अमरपाल सिंह, पीएस विर्दी, बलविदर सिंह और जसवंत सिंह मौजूद रहे।