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पौंग डैम में घटी पानी की आमद, फ्लड गेटों को खोलने की संभावना समाप्त

फुट दर्ज किया गया था।लेकिन इस दोरान इस बार पौग बांध के कैचमेनट एरिया में हुई अधिक बारिश के कारण ही पौंग बांध की महाराणा प्रताप झील वर्तमान समय में पानी से लबालब भरी हुई है वहीं गत वर्ष के मुकाबले 52.16 फुट पानी का झील में अधिक है। उन्होंने बताया कि अब पौंग बांध में से पानी छोड़ने की जरुरत फिलहाल नहीं है, क्योंकि 1400 फुट तक जलभराव क्षमता वाले इस बांध में पानी 1395 फुट तक भरा जा सकता है। चाहे खतरे का निशान 1390 फुट निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि चूंकि मानसून का समय समाप्त ही हो चुका है। इसलिए और पानी रोका जा सकता है। उन्होंने बताया सुबह से लेकर अब तक पानी की आवक भी काफी घटी है और धूप खिलने व बारिश रुकने के कारण यह आवक शाम तक काफी घटेगी, लेकिन इस दौरान बीबीएमबी प्रबन्धन के द्वारा यह भी निर्णय लिया है कि 30/09/201

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 Sep 2018 07:29 PM (IST)Updated: Fri, 28 Sep 2018 07:29 PM (IST)
पौंग डैम में घटी पानी की आमद, फ्लड गेटों को खोलने की संभावना समाप्त
पौंग डैम में घटी पानी की आमद, फ्लड गेटों को खोलने की संभावना समाप्त

संवाद सहयोगी, तलवाड़ा

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ब्यास नदी पर मिट्टी की दीवार से बनाए गए एशिया के सबसे बड़े बांध पौंग बांध स्थित महाराणा प्रताप सागर झील में शुक्रवार सुबह 10 बजे जलस्तर 1392.26 फुट रिकार्ड किया गया। इस समय बांध में 22760 क्यूसिक पानी की आवक हो रही थी और बांध के बिजली घर की टरबाइनों के माध्यम से 15185 क्यूसिक पानी डिस्चार्ज हो रहा था। वहीं, शुक्रवार शाम 5 बजे जलस्तर 1392.36 फुट रिकार्ड किया गया। इस समय बांध में 30335 क्यूसिक पानी की आवक हो रही थी और बांध के बिजली घर की टरबाइनों के माध्यम से 15240 क्यूसिक पानी डिस्चार्ज हो रहा था। गौरतलब है कि इस दौरान गत लगभग 7 घंटों के दौरान पौंग बांध में पानी का लेवल .10 क्यूसिक ही बढ़ा है। इसकी पुष्टि बीबीएमबी प्रबंधन के चीफ इंजीनियर सुरेश माथुर ने की है। उन्होंने बताया है कि चूंकि पौंग बांध के कैचमेंट एरिया में अब बारिश बंद हो चुकी है और पौंग बांध की महाराणा प्रताप झील में शुक्रवार को पहले के मुकाबले पानी की आवक लगातार घटती जा रही है, ऐसे में अब फिलहाल पौंग बांध के स्पिल वे के फ्लड गेटों को खोलने की संभावना लगभग शून्य ही है।

इस प्रकार विगत 10 दिनों में बांध के जलग्रहण क्षेत्र में हुई भारी बारिश के चलते 15.24 फुट जलस्तर बढ़ा है और झील अब लबालब भर गई है। गौर हो कि 10 दिन पूर्व झील में जलस्तर 1377.12 फुट था, जो अब 1392.36 फुट है। वहीं पौंग बांध में पिछले वर्ष 28 सिंतबर को पानी का लेवल 1340.02 फुट दर्ज किया गया था। मगर, इस बार पौग बांध के कैचमेंट एरिया में हुई अधिक बारिश के कारण ही पौंग बांध की महाराणा प्रताप झील वर्तमान में पानी से लबालब भरी हुई है और गत वर्ष के मुकाबले 52.16 फुट पानी झील में अधिक है।

उन्होंने बताया कि अब पौंग बांध में से पानी छोड़ने की जरूरत फिलहाल नहीं है, क्योंकि 1400 फुट तक जलभराव क्षमता वाले इस बांध में पानी 1395 फुट तक भरा जा सकता है। चाहे खतरे का निशान 1390 फुट निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि चूंकि मानसून का समय समाप्त ही हो चुका है। इसलिए और पानी रोका जा सकता है। उन्होंने बताया सुबह से लेकर अब तक पानी की आवक भी काफी घटी है और धूप खिलने व बारिश रुकने के कारण यह आवक और घटेगी। इस दौरान बीबीएमबी प्रबंधन द्वारा यह भी निर्णय लिया है कि 30 सितंबर तक 15240 क्यूसिक पानी पौग बांध के टरबाइनों से लगातार छोड़ा जाएगा।


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