युवक की अज्ञात वाहन की टक्कर से मौत, कार्रवाई न होने पर लोगों का फूटा गुस्सा, चार घंटे रोड जाम, दो दिन में आरोपित पकड़ने के वादे पर धरना उठाया
गांव हलेड़ दोसड़का के युवक की अज्ञात वाहन की टक्कर के कारण मौत हो गई। सुबह मामले में पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई तो लोगों का गुस्सा फूट गया। ढीली कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए मृतक के परिजनों ने जाम लगाकर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
संवाद सहयोगी, तलवाड़ा : गांव हलेड़ दोसड़का के युवक की अज्ञात वाहन की टक्कर के कारण मौत हो गई। सुबह मामले में पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई तो लोगों का गुस्सा फूट गया। ढीली कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए मृतक के परिजनों ने जाम लगाकर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन में गांव वासियों का एक ही सवाल था कि पुलिस आसपास के सीसीटीवी की फुटेज चेक करके वाहन चालक का पता लगाए और उसके खिलाफ मामला दर्ज करे। करीब चार घंटे लगे धरने का पता चलते ही मौके पर पहुंचे डीएसपी दसूहा मुनीश कुमार शर्मा ने गांव और मृतक के परिवार को आश्वासन दिया कि पुलिस की तरफ से अगले दो दिन में वाहन चालक को काबू करके मामला दर्ज कर हवालात में भेज दिया जाएगा। इस भरोसेपर गांव वासियों ने धरना समाप्त कर दिया।
दरअसल, मंगलवार देर रात जिम से कार मे जीवन कुमार (27) घर जा रहा था कि रास्ते में अज्ञात वाहन से टक्कर में उसकी मौत हो गई। मृतक के भाई नीतिश ठाकुर ने बताया कि वह भी उस समय मोटरसाइकिल पर किसी काम से शहर आया था। नगर चौक के पास भीड़ देख वह रूक गया। इस दौरान देखा कि जीवन कुमार की कार को किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी थी जिससे कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और भाई कार में फंसा था। राहगीरों ने उसे कार से खींच कर बाहर निकाला और बीबीएमबी अस्पताल पहुंचाया। यहां पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। टक्कर मारकर कार सवार फरार हो गया था।
अज्ञात चालक के खिलाफ केस दर्ज कर कर दी थी फाइल बंद
वहीं नीतिश के बयान पर तलवाड़ा पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था, लेकिन परिजनों की मांग थी कि कार चालक का पता लगाकर कार्रवाई की जाए। बावजूद इसके पुलिस कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखा रही थी। इसके चलते बुधवार को लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। जब लोगों को यह मालूम पड़ा कि किसी भी पुलिस अधिकारी ने आरोपित की तलाश नहीं की व आनन-फानन में अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज करके फाइल को बंद कर दिया, तो गांव दुसड़का ही नहीं, बल्कि आसपास के लोग भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने शव को बीबीएमबी अस्पताल के शव वाहन में रखकर नगर रोड ले गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।