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बर्ड फ्लू के कारण 38 और पक्षियों ने तोड़ा दम, कुल संख्या हुई 4874

अंतरराष्ट्रीय वेटलैंड पौंग बांध झील के आसपास विदेश पक्षियों का बर्ड फ्लू से मरने का सिलसिला चाहे 19वें दिन भी जारी रहा है लेकिन करीब चार दिन से यह मौतों की संख्या में कमी आ रही है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Jan 2021 06:30 AM (IST)Updated: Sat, 16 Jan 2021 06:30 AM (IST)
बर्ड फ्लू के कारण 38 और पक्षियों ने तोड़ा दम, कुल संख्या हुई 4874
बर्ड फ्लू के कारण 38 और पक्षियों ने तोड़ा दम, कुल संख्या हुई 4874

संवाद सहयोगी, तलवाड़ा : अंतरराष्ट्रीय वेटलैंड पौंग बांध झील के आसपास विदेश पक्षियों का बर्ड फ्लू से मरने का सिलसिला चाहे 19वें दिन भी जारी रहा है, लेकिन करीब चार दिन से यह मौतों की संख्या में कमी आ रही है। जोकि हिमाचल प्रदेश सहित पड़ोसी राज्य पंजाब के लिए एक अच्छी खबर है। शुक्रवार को 38 प्रवासी पक्षियों की मौत हुई, जिसमें धमेटा रेंज से चार व नगरोटा सूरियां रेंज से 34 मृत मिले। वन्य जीव प्राणी विभाग के पीसीसीएफ अर्चना शर्मा व डीएफओ राहुल एम रेहाने के अनुसार अभी तक वेटलैंड पौंग बांध में 4874 विदेशी पक्षियों की मौत हो चुकी है और धीरे-धीरे बर्ड फ्लू नियंत्रण में आ रहा है।

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इससे पहले वीरवार को 94 विदेशी पक्षियों की मौत हो गई थी। इनमें से धमेटा रेंज से सात व नगरोटा सूरियां से 87 पक्षी मृत मिले। वन्य जीव प्राणी विभाग के डीएफओ राहुल एम रोहने ने बताया हैं कि 28 दिसंबर से लेकर 13 जनवरी तक धमेटा रेंज व नगरोटा सूरियां रेंज सहित व आसपास के क्षेत्रों में सबसे अधिक मरने वाले पक्षी बारहेडेड गीज ही हैं। लेकिन, अब धीरे-धीरे इन आंकड़ों में कमी आ रही है। वन्य प्राणी विभाग की 10 टीमें लगातार झील के किनारे पक्षियों को उठा रही हैं और जो मरे हुए पक्षी मिल रहे हैं उन्हें दबाया या फिर जलाया जा रहा है। वन्य प्राणी विभाग के डीएफओ राहुल एम रेहाने, रेंज अफसर धमेटा सेवा सिंह व रेंज अफसर नगरोटा सूरियां जोगिदर सिंह जांच में जुटे हुए हैं। वह पल-पल की रिपोर्ट सरकार को भेज रहे हैं। उधर, झील के किनारे 17 दिनों से किसी प्रकार की कोई गतिविधि नहीं हुई है। अंतरराष्ट्रीय पौंग बांध झील में हिमाचल पुलिस ने कड़ा पहरा लगाकर रखा हुआ है।


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