अध्यापकों ने किया विधायक आदिया के घर का घेराव, पुलिस से धक्का मुक्की
सरकार के फैसले से खफा होकर अध्यापकों ने आज विधायक की तरफ कूच किया। इस दौरान अध्यापकों की पुलिस से धक्कामुक्की हो गई।
जागरण संवाददाता, होशियारपुर : सरकार के फैसले से खफा होकर अध्यापकों ने आज विधायक की तरफ कूच किया। इस दौरान अध्यापकों की पुलिस से धक्कामुक्की हो गई। बता दें कि अध्यापकों के पंजाब स्तरीय संघर्ष के चलते जहां पंजाब सरकार ने अड़ियल रवैया इख्तियार किया हुआ है वहीं अध्यापक भी अपनी मांगें मनाने के लिए पूर्ण तौर पर अड़े हुए हैं।
जिला स्तरीय कांग्रेस रैली दौरान विधायक पवन कुमार आदिया की तरफ से 96 फीसद अध्यापकों की सहमति का बयान देने से खफा अध्यापकों ने आज आदिया का दरवाजा खटखटाया। इस दौरान अध्यापकों की पुलिस से भी धक्कामुक्की हुई पर पुलिस तंत्र अध्यापकों को रोक पाने में असफल रहा। स्थानीय शहीद उधम ¨सह पार्क में सांझा मोर्चा अध्यापक संगठन का नेतृत्व नीचे एकत्रित सैकड़ों अध्यापकों ने रैली की। इसके बाद उन्होंने विधायक पवन कुमार आदिया के झूठ के पुलिंदे वाले बयान के विरोध में उनके गृह की तरफ मार्च निकाला।
एसएसए-रमसा के जिला प्रधान प्रितपाल ¨सह, अध्यापक नेताओं ¨प्रसिपल अमनदीप शर्मा, सुखदेव डानसीवाल, जतिंदर ¨सह, प्रितपाल ¨सह, गुरजिंदर मंझपुर, जसवीर ¨सह, अजीब दिवेदी के अलावा अन्य जत्थेबंदियों से आरोप लगाया कि कृष्ण कुमार ने अपने मुंह से निकले गलत शब्दों को सत्य करने के लिए पहले 23 अक्तूबर तक ई-पोर्टल खोला था, जिसमें केवल मजबूरी बस अध्यापकों ने ही क्लिक किया परंतु अब शिक्षा विभाग की समूह अफसरशाही अध्यापकों को उनके स्टेशन छोड़ने की धमकियां उन्हें क्लीक करने के लिए मजबूर कर रही है। विधायक के बयान को बताया झूठ का पुलिंदा
अध्यापक नेताओं ने आरोप लगाया कि जो बयान आदिया की तरफ से दिया गया वह झूठ का पुलिंदा है और पंजाब के शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार की मनघड़ंत सोची समझी चाल का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि कृष्ण कुमार के इस झूठ बयान ने जहां पंजाब कैबिनेट को गुमराह किया है वहीं पंजाब 8886 अध्यापकों के घरों के चूल्हे भी ठंडे कर दिए हैं। सरकार को दी चेतावनी
इस मौके एसएसए-रमसा अध्यापकों ने ऐलान किया कि वह किसी भी कीमत पर शिक्षा सचिव की चालों में नहीं फंसेंगे। कभी भी 15300 की आप्ॅशन और क्लिक नहीं करेंगे। नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने हमारी माँगों की तरफ ध्यान न दिया तो 18 नवंबर को पंजाब दे खजाना मंत्री और शिक्षा मंत्री का जबरदस्त घेराव किया जाएगा। बदलियां रद नहीं कीं तो होगा संघर्ष
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि निजी रंजिश से से की गई बदलियों को रद नहीं किया गया तो जिला के शिक्षा अधिकारियों के घर का घेराव किया जाएगा। अब तो इस संघर्ष को लोगों का साथ मिलना शुरू हो चुका है। अध्यापकों का पंजाब सरकार प्रति अधिक रहा गुस्सा आने वाले दिनों में सरकार के लिए बड़ी समस्या बन सकता है।