ग्रांट तो मिल जाएगी, लेकिन डीसी साहेब की सेवा पानी करनी होगी
-शिकायत मिलने पर विजय सांपला के बेटे साहिल ने आम नागरिक बनकर की बात तो क्लर्क ने उनके स
-शिकायत मिलने पर विजय सांपला के बेटे साहिल ने आम नागरिक बनकर की बात तो क्लर्क ने उनके सामने भी रखी यहीं शर्त
- साहिल सांपला ने अपना हवाला दिया तो क्लर्क ने काट दिया फोन
मामला डीसी दरबार पहुंचा तो क्लर्क ने कहा-वो मजाक कर रहा था
-डीसी विपुल उज्ज्वल ने दिए मामले की जांच के आदेश
हजारी लाल, होशियारपुर
सरकारी विभाग में फैला भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा। भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के लाख दावों के बावजूद सरकारी कुर्सी पर आसीन मुलाजिम भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने से बाज नहीं आते हैं। डीसी आफिस में तैनात एक क्लर्क ने एमपी लैंड फंड की ग्रांट रिलीज करने की एवज में डीसी विपुल उज्ज्वल का नाम लेते हुए कहा कि ग्रांट तो जारी हो जाएगी, लेकिन इसके बदले में डीसी साहेब की सेवा पानी करनी होगी। क्लर्क के इस व्यवहार से दुखी होकर लोगों ने इसकी शिकायत केंद्रीय मंत्री विजय सांपला के बेटे साहिल सांपला से की। उसके बाद साहिल सांपला ने एमपी फंड के डी¨लग हैंड क्लर्क योग राज को फोन किया। उन्होंने अपना परिचय देने की बजाय एक नाम नागरिक बनकर सांपला ने ग्रांट जारी करने की फरियाद की। इस पर योगराज ने जवाब दिया की कि ग्रांट तो जारी हो जाएगी, लेकिन इसके लिए डीसी साहब की सेवा पानी करनी होगी। योगराज का यह जवाब सुनकर साहिल सांपला का गुस्सा सातवें आसमान पर आ गया। फिर उन्होंने कहा कि वह केंद्रीय मंत्री विजय सांपला के बेटे साहिल सांपला बोल रहे हैं। यह सुनकर योग राज के होश उड़ गए और उन्होंने फोन काट दिया।
ग्रांट जारी करने की एवज में सेवा पानी की डिमांड रखने का मामला साहिल सांपला ने डीसी विपुल उज्ज्वल के ध्यान में लाया गया। साहिल सांपला डीसी आफिस पहुंचे और सारी बात बताई। सेवा पानी की किस्सा सुनकर डीसी विपुल उज्ज्वल भी स्तब्ध रह गए। उन्होंने योगराज को बुलाकर पूछताछ शुरू की तो योगराज ने स्वीकार की किया उसने सेवा पानी की बात मजाक में कही थी। जबकि असलियत में सेवा पानी की कोई बात नहीं है। मगर, यह डीसी योगराज की बातें सुनकर समझ गए की कि उसकी नीयत में खोट थी। उन्होंने बिना देरी किए योगराज के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए।
हां, सेवा पानी की डिमांड की गई: सांपला
केंद्रीय मंत्री विजय सांपला के बेटे साहिल सांपला ने बताया कि मामला चार दिन पहले का है। ग्रांट जारी करने के लिए फोन करने पर योगराज ने सेवा पानी की डिमांड रखी थी। दरअसल, पिछले कई माह से एमपी लैंड फंट की ग्रांटें डीसी आफिस से जारी नहीं हो रहीं हैं। सांपला ने लोगों से कहा था की कि जो ग्रांट उन्हें जारी हुई हैं, उसे डीसी आफिस से जाकर रिलीज करवा लें। इसके बाद तीन चार व्यक्ति ग्रांट लेने के लिए डीसी दफ्तर गए थे। वहां पर योगराज ने डीसी विपुल उज्ज्वल का हवाला देकर डिमांड रखी थी की कि सेवा पानी करनी होगी। सच्चाई का पता लगाने के लिए उन्होंने (सांपला) ने फोन किया तो ग्रांट जारी करने बदले में सेवा पानी की बात कही।
शिकायत मिली है, जांच हो रही है: डीसी
इस बारे में बात करने पर डीसी विपुल उज्ज्वल ने कहा कि योगराज द्वारा ग्रांट जारी करने की एवज में सेवा पानी की डिमांड रखने की उन्हें शिकायत मिली है। वह इसकी जांच करवा रहे हैं। जो भी तथ्य सामने आएंगे। उसके हिसाब से बनती कार्रवाई होगी। इस मामले में किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
राजनीतिक भूमिका का भी संदेह
मालूम पड़ा है कि इस सारे प्रकरण में राजनीतिक भूमिका भी संदेह के घेरे में है। सुगबुगाहट है कि सेवा पानी की डिमांड के पीछे एक नेता की भी भूमिका रही है। उसने क्लर्क को ग्रांट जारी करने पर सेवा लेने की बात कही थी। इसी चक्कर में जब कोई ग्रांट लेने पहुंचता था तो उसके समक्ष सेवा पानी की डिमांड रख दी जाती थी। अब, सच्चाई का भी पता लगाने के लिए अंदरखाते जांच की जा रही है की कि इसमें कितनी सच्चाई है।