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12 एमएम बारिश से गेहूं की फसल पर संकट के बादल,

होशियारपुर मंगलवार रात से मौसम के हुए बदलाव व तेज आंधी के बाद शुरु हुई बरसात जोकि बुधवार को लगातार रुक-रुक होती रही ने किसानों के चेहरों पर चिता की लकीरें खींच दीं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Apr 2019 12:43 AM (IST)Updated: Thu, 18 Apr 2019 12:43 AM (IST)
12 एमएम बारिश से गेहूं की फसल पर संकट के बादल,
12 एमएम बारिश से गेहूं की फसल पर संकट के बादल,

जागरण संवाददाता, होशियारपुर: मंगलवार रात से मौसम के हुए बदलाव व तेज आंधी के बाद शुरु हुई बरसात जोकि बुधवार को लगातार रुक-रुक होती रही ने किसानों के चेहरों पर चिता की लकीरें खींच दीं। इसके साथ मौसम में ठंड भी गई है। सारा दिन रुक-रुक होती रही बरसात के कारण लोग घरों में दुबके रहे। कुछ जगहों पर तो ओलावृष्टि भी हुई। पिछले कुछ दिनों से तेज धूप से गेहूं की फसल तेजी से पक्क रही थी। क्यास लगाया जा रहा था कि दो चार दिनों में फसल की कटाई शुरु हो जाएगी लेकिन इस हुई बरसात ने लगभग 15 दिनों तक फसल की कटाई और आगे बढ़ा दी है, क्योंकि खेतों में जब तक पानी नहीं सूख जाता व फसल से नमी खत्म नहीं हो जाती व वह पूरी तरह सूख नहीं जाती तब तक कटाई नहीं हो सकती। जानकारी अनुसार मंगलवार रात से बुधवार तक 12 एमएम बारिश हुई। बरसात के कारण मौसम में ठंडक बढ़ने के कारण लोगों को फिर से गर्म कपड़े पहनने की जरुरत महसूस हुई। अब फसल लगभग पक्क चुकी है और अब यदि बरसात होती है तो वह सीधे-सीधे गेहूं की फसल के लिए बड़ा नुकसान है। यदि बरसात के साथ साथ तेज आंधी भी चलती है तो चूंकि फसल की बलियां पक्क चुकी हैं। खेतों में रुका पानी फसलों के लिए नुकसानदायक है। शेरगढ़ के किसान जोगिदर पाल ने बताया कि चूंकि गेहू् की सिचाई पूरी हो चुकी ती और अब केवल फसल के पूरी तरह सूखने के इंतजार था, जोकि मौसम में पैदा हुई गर्मी, धूप व गर्म हवाओं से ही होता है, लेकिन अब एक बार फिर बरसात ने फसलों के सूखने की प्रक्रिया प्रभावित हो गई और खेतों में पानी में जमा भी हो गया। अब तक पानी सूख नहीं जाता और फसल की नमी पूरी तरह खत्म नहीं हो जाती तब तक कटाई नहीं हो सकती। अब फसल की कटाई के लिए लंबा इंतजार करना पड़ेगा और फसल की जड़ों में खड़ा पानी फसल को नुकसान पहुंचा सकता है।

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बारिश ने किया कारोबार ठंडा

बारिश के चलते बुधवार को भी बाजार में मंदी देखने को मिली। बाजार में ग्राहकों की कमी के कारण दुकानदार खाली बैठे रहे। बाजारों में चहलपहल कम होने से इकका दुकका दुकानों पर ही ग्राहक नजर आए। बारिश की वजह से काम धंधे पर भी असर पड़ा। जहां तक कि खाने पीने का सामान बेचने वाले दुकानदार भी खाली बैठे रहे। कंडी में भी फसल को नुकसान

कंडी इलाके के किसान मलकीत सिंह निवासी हंदोवाल, संतोख सिंह निवासी मुखोमजारा, प्यारे लाल निवासी जनौड़ी का कहना है कि तेज आंधी के साथ हुई तेज बरसात ने गेहूं की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है। जिस कारण कई खेतों में पानी भर गया है और कई खेतों में फसल पूरी तरह बिछ चुकी है। इसके गेहूं का दाना काला हो जाएगा, जोकि फसल की क्वालिटी पर सीधा असर डालता है। मगर ज्यादा तेज बारिश व अंधेरी के कारण फसल का और नुकसान होगा।

बीते दिनों हुई थी ओलावृष्टि

कुछ दिन पहले जो बरसात किसानों के लिए संजीवनी साबित हुई थी अब यह उन्हीं किसानों के लिए घातक सिद्ध हो सकती है। कंडी में जमीन रेतली व पथरीली होने के कारण खेतों में पानी कम रुकता है पर ओलावृष्टि खड़ी फसल के लिए घातक है। पहले हुई बारिश के कारण इस बार गेहूं की भी फसल अच्छी होने की उम्मीद थी लेकिन अब यह फसल को सीधे तौर पर नुकसान पहुंचा रही है।


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