गांववासियों ने खनन माफिया को दबोचा
माहिलपुर ब्लॉक के गांव मनोलिया में वीरवार रात खनन कर रहे माफिया पर गांववासियों ने शिकंजा कस दिया। गांववासियों ने दो लोगों को काबू किया है जबकि अन्य फरार हो गए।
रामपाल भारद्वाज, माहिलपुर
माहिलपुर ब्लॉक के गांव मनोलिया में वीरवार रात खनन कर रहे माफिया पर गांववासियों ने शिकंजा कस दिया। गांववासियों ने दो लोगों को काबू किया है, जबकि अन्य फरार हो गए। मौके पर एक जेसीबी मशीन व एक ट्रैक्टर ट्राली बरामद की गई है। लोगों ने बताया कि माफिया गांव की शामलात जमीन से रेत का खनन कर रहे थे गांववासी जब उक्त स्थान पर पहुंचे तो एक ट्रैक्टर ट्राली को चालक भगा कर ले गया जबकि एक बिना नंबर की ट्राली और जेसीबी उन्होंने अपने कब्जे में ले ली। जिसे पकड़कर उन्होंने खनन विभाग के एसडीओ अलोक चौधरी को फोन किया पर उसके बाद उन्होंने गांववासियों का फोन ही नहीं उठाया। पंचायत व गांववासियों ने वन विभाग के अधिकारियों को फोन किया तो उन्होंने ट्रैक्टर ट्राली व जेसीबी मशीन को वन विभाग ने तुरंत कार्यवाही करते हुए अपने कब्जे में लेकर विभाग के कार्यालय माहिलपुर ले गए। लेकिन खनन विभाग के अधिकारी 14 घटे बाद वन विभाग के कार्यालय में पहुंचे।
माहिलपुर ब्लॉक के गांव मनोलिया के सरपंच बल¨वदर बब्बू, गुरदीप ¨सह पंच, अमरजीत ¨सह, तारा चंद पंच, कुलदीप ¨सह व व¨रद्रजीत ¨सह ने बताया कि गांव की शामलात जमीन से अवैध खनन किया जा रहा था। विभाग को कई बार शिकायत की गई लेकिन किसी ने कार्रवाई नहीं की। इस पर पंचायत सदस्यों व गांववासियों ने अपने स्तर पर खनन रोकने के लिए प्रयास किया। खनन विभाग के जेई गगनदीप ने बताया कि माहिलपुर पुलिस को शिकायत दे दी गई है पुलिस जल्द ही मामला दर्ज कर रही है। सुबह चार बजे की कार्रवाई
सरपंच ने बताया कि वीरवार को उन्हें सूचना मिली थी कि सुबह चार बजे खनन माफिया के खनन कर रहा है। वे गांववासियों को साथ लेकर उक्त जगह पर पहुंचे तो वहां पर गुरनाम ¨सह व रमनदीप ¨सह वासी सरहाला खनन कर रहे थे। इन दोनों को गांववासियों ने पकड़ लिया जबकि अन्य लोग भागने में सफल हो गए। उन्होंने इसकी जानकारी वन विभाग के कर्मचारियों को दी उन्होंने तुरंत गांव में पहुंचकर जेसीबी मशीन व ट्रैक्टर ट्राली को अपने कब्जे में ले लिया। अधिकारी ने फोन उठाना कर दिया बंद
सरपंच ने बताया कि उन्होंने खनन विभाग के एसडीओ आलोक चौधरी को इसकी जानकारी दी थी पर संबंधित अधिकारियों द्वारा पकड़ी गई मशीनरी व व्यक्तियों पर कार्रवाई करने की जगह फोन ही उठाना बंद कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि वह अपने गांववासियों के साथ वन विभाग के कार्यालय में 14 घंटों से भूखे प्यासे बैठे हैं जबकि खनन विभाग के लोग कार्रवाई करने में आनाकानी कर रहे हैं। गांववासियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आरोपितों के विरुद्ध कोई कार्रवाई न की गई तो वह धरना प्रदर्शन करने के लिए तैयार र्है।