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साढ़े चार माह से 2500 रुपये लेकर जेल में नशा पहुंचा रहा था सुरक्षा गार्ड

केंद्रीय जेल में तैनात एक सुरक्षा गार्ड चंद रुपयों के लालच में जेल में नशे का धंधा करवाने लगा। तस्कर से वह नशीला पदार्थ लेकर जेल के अंदर पहुंचाता था।

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Feb 2019 12:24 AM (IST)Updated: Sun, 17 Feb 2019 12:24 AM (IST)
साढ़े चार माह से 2500 रुपये लेकर जेल में नशा पहुंचा रहा था सुरक्षा गार्ड
साढ़े चार माह से 2500 रुपये लेकर जेल में नशा पहुंचा रहा था सुरक्षा गार्ड

सात गुणा ज्यादा कीमत लेकर कैदियों को सप्लाई होता था नशा

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- एक कैदी और सुरक्षागार्ड की मिलीभगत से होता रहा नशा सप्लाई, जेल प्रबंधन को भनक तक नहीं हजारी लाल, होशियारपुर

केंद्रीय जेल में तैनात एक सुरक्षा गार्ड चंद रुपयों के लालच में जेल में नशे का धंधा करवाने लगा। तस्कर से वह नशीला पदार्थ लेकर जेल के अंदर पहुंचाता था। जेल में कैदियों को नशे की सप्लाई की जिम्मेवारी एक अन्य कैदी को दी गई थी। सुरक्षा गार्ड नशे की एक इंट्री करवाने की एवज में 2500 रुपये लेता था जबकि जेल में नशा सप्लाई करने वाला कैदी सात गुणा ज्यादा कीमत वसूलता था। यह धंधा पिछले साढ़े चार माह से चल रहा था, लेकिन जेल प्रबंधन को जेल में नशे के खेल के बारे में भनक तक न लगी। सुरक्षा गार्ड इस हथकंडे से हर माह करीब 70 हजार रुपये कमा लेता था।

इस सारे मामले का पर्दाफाश मॉडल टाउन पुलिस की ओर से 245 ग्राम नशीला पाउडर, 17 ग्राम हेरोइन व 80 हजार नकदी समेत पकड़े गए बलकरण ¨सह पुत्र न¨रदर ¨सह निवासी मोरांवाली थाना गढ़शंकर की गिरफ्तारी के बाद हुआ है। जेल में नशे के नेटवर्क की बातें सुनकर पुलिस भी दंग रह गई। अब, पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़कर सारे नेटवर्क को ध्वस्त करने का प्लान तैयार कर लिया है। निश्चित तौर पर जेल में बैठे नशे के सौदागर और सुरक्षा गार्ड पर कानूनी शिकंजा कसना तय है।

थाना मॉडल टाउन के एसएचओ इंस्पेक्टर भरत मसीह ने बताया कि पूछताछ में बलकरण ने स्वीकार किया है कि वह नशीले पदार्थ की सप्लाई जेल में बंद कैदी बंटा और एक सुरक्षा गार्ड की मिलीभगत से करता था। उसकी सारी से¨टग बंटा के साथ थी। बंटा ने आगे से¨टग सुरक्षा गार्ड से कर रखी थी। स्पलायर कैदी बंटा से करता था संपर्क

हालांकि पुलिस को अभी सुरक्षागार्ड के नाम का पता नहीं चला है, लेकिन मोबाइल फोन नंबर के ट्रयू कॉलर में उसका नाम रमेश आता है। आरोपित के मुताबिक जेल में नशे की सप्लाई के लिए वह बंटा से संपर्क करता था। इसके बाद बंटा सुरक्षा गार्ड से तालमेल करता था। हरी झंडी मिलते ही वह जेल के बाहर पहुंच जाता था और सुरक्षा गार्ड उससे नशीला पदार्थ ले लेता था। बंटा सात गुना ज्यादा दाम पर कैदियों को देता था नशा

एक बार नशीला पदार्थ जेल के अंदर पहुंचाने के लिए सुरक्षा गार्ड उससे 2500 रुपये लेता था। सुरक्षा गार्ड ही नशीले पदार्थ को जेल के अंदर पहुंचाता था और नशीला पदार्थ को वह बंटा के हवाले कर देता था। बंटा आगे जेल में कैदियों को नशीला पदार्थ सात गुणा ज्यादा कीमत लेकर सप्लाई करता था। एसएचओ भरत मसीह ने बताया कि जेल में नशा सप्लाई करने के आरोप में बंटा और सुरक्षा गार्ड के खिलाफ भी मामला दर्ज किया जाएगा।

दसवीं पास है बलकरण, कर्ज उतारने के लिए बना तस्कर

पुलिस के हत्थे चढ़ा बलकरण 10वीं पास है। पल्लेदारी करता है। जमीनी विवाद का एक केस जालंधर अदालत में लंबित था। इस दौरान उन्हें एक बिचौलिया मिला था। उसने यह आश्वासन दिया था कि केस उसके हक में करवा दिया जाएगा। इसके लिए 10 लाख रुपये लगेंगे। ब्याज पर पैसे लेकर दे दिए, लेकिन बिचौलिया बाद में फ्रॉड निकला। पैसे भी चले गए और जमीन भी नहीं मिली। इस दौरान वह रिश्तेदारों को ब्याज देते रहे जो लगभग 3.50 लाख रुपये थे। पर अब रिश्तेदार पैसे वापस मांग रहे थे। पैसे उतारने के लिए वह तस्करी करने लगा। साढ़े चार माह की अवधि में उसने 15 लाख रुपये के करीब कमा लिए। बता दें कि बलकरण को मॉडल टाउन पुलिस ने शुक्रवार को पुरहीरां के पास से नशीला पदार्थ समेत गिरफ्तार किया था। इसके बाद नशे के इस खेल की सारी परतें खुलनी शुरू हो गईं।


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